नई दिल्ली, एजेंसियां।
सर्दियों में हर राज्य की अपनी खास पारंपरिक डिश होती है, जो स्वाद और पोषण दोनों से भरपूर होती है। राजस्थान के मारवाड़ी घरों में विंटर सीजन में बनाई जाने वाली ‘फलौदी’ एक ऐसी ही हेल्दी मिठाई है।
यह सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होती, बल्कि सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखने और तुरंत ऊर्जा देने में भी मदद करती है। इसे ‘मगध’ के नाम से भी जाना जाता है। त्योहारों, शादियों या खास अवसरों पर इसे मेहमानों को भेंट (गिफ्ट) के रूप में देने की पुरानी परंपरा है।
फलौदी (मगध) की मुख्य सामग्री
फलौदी की खासियत इसका दरदरा टेक्सचर और हल्का क्रंची स्वाद है, जो मुंह में जाते ही घुल जाता है। इसे बनाने के लिए सेहतमंद चीजों का इस्तेमाल किया जाता है:
- गेहूं का आटा: बेस के लिए।
- देसी घी: स्वाद और पोषण के लिए।
- गोंद (Edible Gum): सर्दियों में हड्डियों की मजबूती और गर्माहट के लिए सबसे जरूरी।
- ड्राई फ्रूट्स: बादाम, पिस्ता और किशमिश।
- मसाले: काली मिर्च और सौंठ पाउडर (अदरक का पाउडर) जो सर्दी-जुकाम से बचाते हैं।
- मीठा: पिसी चीनी या गुड़।
फलौदी बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप रेसिपी
यह पारंपरिक मिठाई बनाना बहुत आसान है। आइए जानते हैं इसकी विधि:
- आटा भूनें: सबसे पहले एक भारी तले की कढ़ाई में देसी घी गर्म करें। इसमें गेहूं का आटा डालें और धीमी आंच पर सुनहरा भूरा होने तक और अच्छी खुशबू आने तक भूनें।
- गोंद तैयार करें: एक अलग पैन में थोड़ा घी गर्म करें और गोंद को धीमी आंच पर तलें जब तक कि वह फूल न जाए। फूले हुए गोंद को निकालकर क्रश (दरदरा पीस) कर लें।
- मिश्रण बनाएं: अब भुने हुए आटे के मिश्रण में क्रश किया हुआ गोंद मिलाएं। इसके साथ ही बादाम और अपनी पसंद के अन्य ड्राई फ्रूट्स भी डाल दें।
- मसाले मिलाएं: मिश्रण में काली मिर्च पाउडर और सौंठ पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएँ। ये दोनों चीजें सर्दियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
- मीठा डालें: जब मिश्रण थोड़ा ठंडा होकर गुनगुना रह जाए, तब इसमें पिसी हुई चीनी या गुड़ का पाउडर डालकर मिलाएं। (ध्यान रहे, गर्म मिश्रण में चीनी डालने से वह पानी छोड़ सकती है)।
- गार्निशिंग और सर्विंग: अंत में, इस मिश्रण को एक घी लगी ट्रे में फैला दें और ऊपर से कटे हुए मेवे और नट्स से गार्निश करें। आप चाहें तो इसे चांदी के वर्क से भी सजा सकते हैं।
परोसने का तरीका
फलौदी को ट्रे में जमाकर बर्फी के आकार में काटा जा सकता है या फिर मिश्रण के गुनगुना रहने पर इसके लड्डू भी बनाए जा सकते हैं।
मारवाड़ी घरों की यह खास मिठाई न सिर्फ परंपरा का प्रतीक है, बल्कि स्वास्थ्य और स्वाद का संगम भी है। इस सर्दी आप भी इसे अपने घर पर जरूर ट्राई करें।



