नई दिल्ली, एजेंसियां। ‘सेन्यार’ (Senyar) चक्रवात का जोर अभी कम हुआ ही था कि बंगाल की खाड़ी में एक नई मुसीबत ने दस्तक दे दी है। इस नए चक्रवाती तूफ़ान का नाम ‘दित्वह’ (Ditwah) है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह तूफ़ान श्रीलंका के तट से होते हुए उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है और इसका असर दक्षिण भारत के कई राज्यों में देखने को मिलेगा।

श्रीलंका में साइक्लोन ‘दितवाह’ से अब तक 46 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 23 लोग अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू टीम राहत-बचाव के काम में लगी हुई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 12 घंटों में तूफान आगे बढ़ने के साथ और तेज हो सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक इन राज्यों में अलर्ट जारी हुआ है, जिनमे तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश शामिल है, इन राज्यों में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है।
तूफ़ान ‘दित्वह’ से जुड़ी बड़ी बातें:
- यहाँ होगा सबसे ज्यादा असर? IMD के अनुसार, इस चक्रवात का सबसे व्यापक असर तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में देखने को मिलेगा, 30 नवंबर तक बहुत भारी बारिश (Heavy to very heavy rainfall) का अनुमान है।
- तमिलनाडु के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने तमिलनाडु के लिए खास चेतावनी जारी की है, यहाँ आज और कल (28 और 29 नवंबर) कुछ इलाकों में ‘अत्यधिक भारी बारिश’ हो सकती है।
- ऑरेंज अलर्ट: कन्याकुमारी, नागपट्टिनम, पुदुक्कोट्टई, रामनाथपुरम, तंजावुर, तिरुवरूर, थूथुकुडी और तिरुनेलवेली, इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
- येलो अलर्ट: शिवगंगा, तेनकासी और विरुधुनगर में कल के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
- बाकी राज्यों का ये है हाल?
- आंध्र प्रदेश: तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 2 दिसंबर तक भारी बारिश हो सकती है।
- केरल: यहाँ 29 नवंबर तक भारी बारिश और 30 नवंबर को ‘अत्यधिक भारी बारिश’ होने की आशंका है।
- कर्नाटक: दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 29 और 30 नवंबर को भारी बारिश की चेतावनी है।
- तेलंगाना: यहाँ 30 नवंबर और 1 दिसंबर को तेज बारिश हो सकती है।
तूफ़ान की वर्तमान स्थिति IMD ने ‘X’ (ट्विटर) पर जानकारी दी कि ‘दित्वह’ पिछले 6 घंटों में 8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। यह श्रीलंका के बट्टिकलोआ से लगभग 8 किमी उत्तर-पश्चिम में और चेन्नई से लगभग 580 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।
इन सभी प्रभावित राज्यों में बारिश के साथ-साथ तेज आंधी और बिजली गिरने का भी खतरा है, इसलिए प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।



