नई दिल्ली, एजेंसियां। आईपीएल में कप्तान या खिलाड़ियों का आपा खोना और मैदान पर या टीवी अंपायर के फैसले पर डगआउट से गुस्सा जाहिर करना एक सामान्य बात है।
पर मंगलवार की रात जो हुआ, वह खेल के लिए ठीक नहीं लगता। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मेजबान दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के मैच के दौरान दिल्ली फ्रैचाइजी के सह-मालिक पार्थ जिंदल भी प्लेयर्स की बहस में कूद पड़े और स्टैंड से ही उस विवादास्पद फैसले में हस्तक्षेप करने लगे, जो उनकी टीम के पक्ष में गया।
दरअसल, यह वाकया तब हुआ जब राजस्थान रॉयल्स टारगेट चेज कर रही थी। 16वें ओवर में जब कप्तान संजू सैमसन ने तेज गेंदबाज मुकेश कुमार को स्ट्रेट पर एक करारा शॉट मारा, गेंद सीधे छक्के के लिए जा रही थी, लेकिन अचानक शाई होप वहां पहुंच गए और एकदम बाउंड्री के कोने पर खुद को संतुलित करते हुए अपनी बायीं ओर एक शानदार कैच लिया।
रीप्ले से पता चला कि वह बाउंड्री कुशन के करीब थे, लेकिन उसे छुआ नहीं। इतना करीबी मामला होने के बावजूद अंपायर ने बिना वक्त गंवाए सीधा आउट दे दिया।
संजू ने 46 गेंद में आठ चौके और छह छक्के के साथ 86 रन की शानदार पारी खेली।
संजू सैमसन शुरू में बाहर जाने लगे, लेकिन बड़ी स्क्रीन पर रीप्ले देखने के बाद वापस लौट आए।
हालांकि, तीसरे अंपायर ने निष्कर्ष निकाला कि फील्डर शाई होप प्ले जोन के भीतर ही थे और उन्होंने किसी भी समय अपने पैरों से बाउंड्री कुशन को नहीं छुआ था।
फैसले पर सैमसन की नाराजगी के बावजूद उन्हें बेमन से पवेलियन लौटना पड़ा। पर इससे पहले जैसे ही सैमसन ने फैसले को लेकर मैदानी अंपायर के सामने आपत्ति जताई, जिंदल ने उन पर ‘आउट है-आउट है’ चिल्लाना शुरू कर दिया।
जिंदल के व्यवहार की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हो रही है। जब संजू सैमसन और अंपायर की गरमागरम बात हो रही थी, तब दिल्ली के मालिक लगातार बाहर से चिल्लाये जा रहे थे।
यह सब बड़ा विचित्र था। इसे देख खिलाड़ियों के साथ-साथ दर्शक भी हैरान थे।
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