गिद्धौर थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने की कार्रवाई, चालीस लाख के अफीम की बरामदगी से हड़कंप
तस्करों के नए हथकंडे पर भारी पड़ा पुलिस का सटीक सूचना तंत्र, आपूर्ति से पूर्व योजना विफल
चतरा : झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रभावी आदर्श आचार संहिता के दौरान नशे के अवैध साम्राज्य को संचालित करने को लेकर माफियाओं ने नई तरकीब ढूंढ ली है।
अफीम, गांजा और ब्राउन शुगर के काले धंधे को अब ड्रग पैडलर बच्चों और महिलाओं के सहारे संचालित करने में जुटे हैं।
ताकि न सिर्फ पुलिस को चकमा देकर नशे के खेप को चिन्हित मंडियों तक पहुंचाया जा सके। बल्कि कम पैसे में माफिया अपनी घिनौनी कारिस्तानी से मालामाल भी हो जाएं।
पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर गिद्धौर थाना पुलिस की टीम ने तस्करों और माफियाओं के ऐसे ही गैरकानूनी तस्करी के काले खेल का खुलासा किया है।
सिमरिया एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित टीम ने नाटकीय ढंग से 40 लाख रुपये के अफीम के साथ नाबालिक को निरुद्ध किया है।
वहीं नाबालिक के माध्यम से अफीम की तस्करी कराने वाले माफिया को भी चिन्हित कर उसकी गिरफ्तारी को ले अभियान तेज कर दिया गया है।
गिद्धौर थाना प्रभारी अमित गुप्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक विकास पांडेय को गुप्त सूचना मिली थी की अफीम का बड़ा अवैध खेप तस्करी के लिए बलबल के रास्ते हजारीबाग के मंडियों में भेजा जा रहा है।
सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सिमरिया एसडीपीओ अजय केसरी के नेतृत्व में गिद्धौर थाना प्रभारी व सशस्त्र बल की संयुक्त टीम का गठन कर अभियान चलाने का निर्देश प्राप्त हुआ था।
जिसके बाद अभियान के दौरान ही चतरा-हजारीबाग मुख्यपथ पर स्थित बलबल मंदिर के समीप से बस का इंतजार कर रहे नाबालिक से शक के आधार पर पूछताछ व तलाशी ली गई।
तलाशी के दौरान उसके पास से तस्करी में प्रयुक्त सैमसंग कंपनी का एक मोबाइल व आठ किलो गिला अफीम बरामद किया गया।
जिसके बाद बालक को निरुद्ध करते हुए विधिवत रूप से किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
माफिया राहुल पांडेय ने नाबालिग को उपलब्ध कराया था 40 लाख का अफीम, फरार
थाना प्रभारी ने बताया कि बरामद अफीम का बाजार मूल्य एनसीबी के आंकड़ों के अनुसार करीब 40 लाख रुपये है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान निरुद्ध बालक ने बताया कि उसे गिद्धौर थाना क्षेत्र के पांडेय टोला निवासी राहुल पांडेय ने अफीम का खेप हजारीबाग पहुंचाने के लिए उपलब्ध कराया था।
इसके एवज में उसे मोटी रकम देने की बात कही गई थी। लेकिन आपूर्ति से पहले ही पुलिस की सटीक सूचना तंत्र ने राहुल पांडेय के अफीम तस्करी और आपूर्ति के गैरकानूनी साजिश को विफल कर दिया।
पुलिस के अनुसार आरोपी राहुल पांडेय अफीम तस्करी के धंधे का शातिर खिलाड़ी है। उसके विरुद्ध निरुद्ध बालक के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तारी को लेकर अभियान तेज कर दिया गया है।
थाना प्रभारी में दावा किया है कि जल्द ही फरार राहुल को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिमरिया अजय केसरी व थाना प्रभारी अमित गुप्ता के अलावा गिद्धौर थाना के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
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