खूंटी। खूंटी लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी अर्जुन मुंडा के समर्थन में वोट की अपील करने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे।
उन्होंने कहा कि मैं तमाम आदिवासी क्रांतिकारियों को सलाम करता हूं। इस भूमि पर भगवान बिरसा मुंडा ने पूरे भारत में सबसे पहले अंग्रेजों को निकालने का आंदोलन शुरू किया था।
उस आंदोलन ने यहां से लेकर नागपुर तक, और पूरे देश के अंदर एक क्रांति की ज्योति जलाई थी।
बिरसा मुंडा ने इसी आंदोलन के माध्यम से देशभर में अंग्रेजों के खिलाफ जनचेतना जगाई। 2025 में भगवान बिरसा मिुंडा का 150वीं जयंती आएगी।
उस वर्ष को मोदी जी ने जनजातीय गौरव दिवस वर्ष के रूप में मनाने का फैसला किया है। आज मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा को कहने आया हूं कि सत्ता प्राप्त करने के लिए जिस कांग्रेस पार्टी के साथ बैठे हो वो सालों तक झारखंड की रचना की रोके रखी।
झारखंड राज्य बना जब अटल बिहारी वाजपेयी पीएम बने। उन्होंने झारखंड को बनाया और मोदीजी इसे संवार रहे हैं।
हमारे देश में सालों से कांग्रेस राज में आदिवासियों का ध्यान नहीं रखा गया। अर्जन मुंडा जिस मंत्रालय के मंत्री हैं वो मंत्रालय ही नहीं था।
पहले ये गृहमंत्री देखता था। अटल बिहारी वाजपेयी ने इसका गठन किया। राहुल गांधी आकर जनजाति कल्याण की बात करते हैं।
मैं पूछना चाहता हूं कि 75 साल तक कांग्रेस सत्ता में रही, कभी किसी आदिवासी बेटे बेटी को देश का राष्ट्रपति नहीं बनाया।
ये लोग आदिवासी को प्रतिनिधित्व नहीं देते थे। पीएम ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया। आदिवासियों का सम्मान किया।
कांग्रेस के जमाने में जल जंगल और जमीन पर नक्सलवाद का छाया था। झारखंड बिहार, ओडिशा, तेलांगना, आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र, एमपी और छत्तीगढ़ में नक्सलवाद के साये में थे।
नक्सलवाद तिरुपति का नारा लगाते थे। इसकी वजह से इलाके में विकास नहीं हुआ। आपने 2 बार मोदी को पीएम बनाया।
उन्होने नक्सलवाद को खत्म कर विकास की गंगा बहाई। डंके की चोट पर कह सकता हूं कि पीएम मोदी ने झारखंड और बिहार को नक्सलवाद से मुक्त किया।
बूढ़ा पहाड़ पर इतने सालों बाद राशन कार्ड बना। दवाई की दुकान खुली। पब्लिक हेल्थ सेंटर खुला।
मैंने जितने आदिवासी क्रांतिकारियों का नाम लिया उनके लिए देशभर में 10 स्पेशल म्यूजियम बनाने का काम 200 करोड़ की लागत से हो रहा है।
पूरा जीवन आदिवासी भाई बहन कांगेस को वोट देते रहे। झामुमो बताए कि कांग्रेस की अंतिम सरकार 2013-14 में थी।
आदिवासी कल्याण का उनका बजट क्या था। सिर्फ 29.000 करोड़ रुपये था। इतने बड़े देश में करोड़ों आदिवासियों के लिए केवल 29,.000 करोड़ का बजट था।
मोदीजी ने 1 लाख 33 हजार करोड़ किया। मिशन शुरू किया गया। पीएम मोदी ने आदिवासी विकास मिशन शुरू किया।
740 से ज्यादा एकलव्य विद्यालय बनाए। 1 लाख से ज्यादा बच्चों का नामांकन हुआ। आने वाले दिनों में 40 हजार आदिवासी शिक्षकों की बहाली होगी।
आदिवासी क्षेत्र से जो खदानें है, उनमें से एक हिस्सा आदिवासी गांव के विकास के लिए निकालना अनिवार्य कर दिया।
डिस्ट्रिक मिनिरल फंड बनाया। 40 हजार करोड़ का फंड है। 75 विशेष रूप से कमजोर जनजातीय आदिवासी समुदाय को 15 000 करोड़ का प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री ने शुरू किया।
झामुमो बताए कि कांग्रेस का समर्थन करते हो।
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