महिलाओं में तेजी से बढ़ते ओवेरियन कैंसर को “साइलेंट किलर” कहा जाता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत सामान्य होते हैं और अक्सर पहचान में नहीं आते। दुनियाभर में यह तीसरा सबसे आम स्त्री रोग संबंधी कैंसर है। 2024 के आंकड़ों के अनुसार, 3.24 लाख नए मामले और 2 लाख से अधिक मौतें दर्ज की गईं, जो इसके खतरनाक और देर से पहचान में आने की समस्या को दर्शाती है।
क्यों देर से पकड़ में आता है ओवेरियन कैंसर?
ओवरी शरीर के भीतर गहराई में छिपी होती है, जिसके कारण छोटे ट्यूमर महसूस नहीं होते। शुरुआती स्टेज में इसके लक्षण—जैसे पेट फूलना, हल्का दर्द, जल्दी पेट भरना बहुत सामान्य लगते हैं और महिलाएं इन्हें गैस, तनाव या सामान्य पाचन समस्या समझकर नजरअंदाज़ कर देती हैं। Mayo Clinic के अनुसार 75% मामलों में कैंसर तीसरे या चौथे स्टेज में पकड़ा जाता है, जब यह ओवरी से बाहर फैल चुका होता है।
गलतियां जो बढ़ाती हैं खतरा
- शुरुआती लक्षणों को इग्नोर करना
- पेट दर्द या ब्लोटिंग को सामान्य मानना
- नियमित जांच ना करवाना
- फैमिली हिस्ट्री होने पर भी सतर्क ना रहना
Mayo Clinic की नई रिसर्च क्या कहती है?
नए अध्ययन में पाया गया कि कैंसर की शुरुआत अक्सर ओवरी में नहीं, बल्कि फेलोपियन ट्यूब की लाइनिंग से होती है। शोध में एक 22 वर्षीय युवती में ऐसे शुरुआती सेल बदलाव पाए गए जो कैंसर की शुरुआत का संकेत थे, जबकि स्कैन में केवल सिस्ट दिख रही थी। यह खोज शुरुआती पहचान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
ओवेरियन कैंसर के शुरुआती चेतावनी संकेत क्या हैं?
- पेट लगातार फूला हुआ महसूस होना
- कम खाने के बाद भी पेट भारी लगना
- निचले पेट या पेल्विक में हल्का दर्द
- लोअर बैक में दर्द
- कब्ज या दस्त
- बार-बार पेशाब की इच्छा
- अचानक थकान या वजन में बदलाव
अगर ये लक्षण 2–3 हफ्ते लगातार बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना ज़रूरी है।
नोट: यह स्वास्थ्य संबंधी सामान्य जानकारी है। किसी भी संदेह की स्थिति में विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।



