iPhone Export:
नई दिल्ली, एजेंसियां। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने अमेरिका को iPhone सप्लाई करके वित्त वर्ष 2025 में 23,112 करोड़ रुपये से अधिक का रेवेन्यू हासिल किया। यह राशि कंपनी के कुल iPhone एक्सपोर्ट का लगभग 37% है। अमेरिका के बाद आयरलैंड दूसरे सबसे बड़े निर्यात बाजार के रूप में सामने आया, जहां से 14,255 करोड़ रुपये का रेवेन्यू आया।
iPhone Export: चीन से भारत की ओर शिफ्ट हुई सप्लाई चेन
रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल ने अमेरिकी बाजार के लिए iPhone का प्रोडक्शन फरवरी में ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ से पहले ही चीन से भारत शिफ्ट कर दिया था। पिछले साल टाटा ने केवल ताइवान और भारतीय बाजार के लिए iPhone असेंबल किए थे। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के दो प्लांट्स—पूर्ववर्ती विस्ट्रॉन यूनिट कर्नाटक में और पेगाट्रॉन प्लांट तमिलनाडु में—iPhone असेंबली और एक्सपोर्ट का काम संभाल रहे हैं।
iPhone Export: वित्तीय आंकड़े और वृद्धि
15 महीनों में कंपनी ने कुल 75,367 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट किया, जो पिछले साल के 14,350 करोड़ रुपए से पांच गुना अधिक है। इसी अवधि में शुद्ध लाभ 36 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,339 करोड़ रुपये हो गया। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने वित्तीय विस्तार और इंटीग्रेशन के चलते ऑपरेशन रेवेन्यू में 84% की वृद्धि दर्ज की।
iPhone Export: भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका में बिकने वाले iPhone का 70% से अधिक अब भारत में उत्पादित हो रहा है, जिससे टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के रेवेन्यू और लाभ में और वृद्धि होने की संभावना है। ऐपल भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस को लगातार मजबूत कर रहा है, जिससे टाटा को वैश्विक सप्लाई में महत्वपूर्ण हिस्सा मिला है।
इसे भी पढ़ें