Indian GDP data:
नई दिल्ली, एजेंसियां। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत के राष्ट्रीय लेखा आंकड़ों (National Accounts) पर टिप्पणी करते हुए इसे C ग्रेड दिया है। IMF ने अपनी वार्षिक समीक्षा में कहा कि भारतीय नेशनल अकाउंट्स डेटा समय पर उपलब्ध तो होते हैं, लेकिन इसमें कार्यप्रणालीगत खामियां हैं, जिससे सही निगरानी करना मुश्किल हो जाता है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को B ग्रेड
IMF ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) को B ग्रेड दी है और अन्य डेटा कैटेगरी को भी ओवरऑल B ग्रेड में रखा है। C ग्रेड का मतलब है कि डेटा तैयार करने में कुछ गलतियां हैं, जिससे IMF सही ढंग से आर्थिक निगरानी नहीं कर पा रहा। ग्रेडिंग सिस्टम में A सबसे भरोसेमंद, B थोड़ी कमियां वाली, C कुछ गलतियों वाली और D सबसे कमजोर श्रेणी है। यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब भारत की दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े 28 नवंबर को सामने आने वाले हैं, जिनमें अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगभग 7% की बढ़त दिखा सकती है।



