विधानसभा में हंगामें के आसार
रांची। विधानसभा में सोमवार को हो रहे विशेष सत्र में हेमंत सोरेन को जेल भेजने को सत्ता पक्ष विश्वास मत के बहस का मुख्य मुद्दा बनाएगा।
सीएम आवास में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और सीएम हेमंत सोरेन की उपस्थिति में इंडिया गठबंधन दलों की बैठक में इस पर सहमति बनी है।
इंडी गठबंधन के विधायकों की बैठक में सत्ताधारी दल के नेताओं ने यह रणनीति बनाई कि जब मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन विश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद चर्चा के दौरान यह मुद्दा केंद्र में रहेगा कि कैसे बिना किसी पर्याप्त सबूत के उनके नेता को भाजपा के इशारे पर गिरफ्तार कर पांच महीने तक जेल में रखा गया।
सत्ताधारी दल की ओर से जिन्हें बोलने का मौका मिलेगा, वे भाजपा को इस बात के लिए कटघरे में खड़ा करेंगे।
बताएंगे कि राज्य में विकास की गति को बाधित करने के लिए कोई पार्टी जिम्मेवार है तो वह भाजपा है।
मंत्रियों के कामकाज से खुश नहीं हैं विधायक
बैठक में कांग्रेस विधायकों ने मंत्रियों के कामकाज के प्रति नाराजगी भी जताई। जिसे प्रदेश प्रभारी ने दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर आम सहमति बनाने का प्रयास किया।
आज मंत्री का नाम होगा फाइनल
बैठक समाप्त होने के बाद पूर्व मंत्री प्रदीप यादव ने कहा कि सभी सत्ताधारी दल के विधायकों को सुबह 10 बजे तक विधानसभा में पहुंचने को कहा गया है। उन्होंने आसानी से विश्वास मत प्राप्त करने का दावा किया है।
प्रदीप यादव ने कहा कि सोमवार को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। नाम कल सुबह फाइनल हो जाएगा।
कल मुख्यमंत्री ही संसदीय कार्यमंत्री की भूमिका निभाएंगे। आलमगीर आलम को सदन की कार्यवाही में भाग लेने के मामले में कल कोर्ट में सुनवाई है। उम्मीद है कि उन्हें भी कोर्ट से अनुमति मिल जाएगी।
इसे भी पढ़ें
सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक में क्या होगा, सियासी गलियारे में मची हलचल