नई दिल्ली।
दिल्ली की गलियों से लेकर देश भर के फूड कोर्ट्स तक, हर जगह मोमोज (Momos) मिलते हैं और इन्हें लोग बेहद पसंद करते हैं। वहीं, पिछले कुछ सालों में डिम सम (Dim Sum) भी काफी पॉपुलर हुआ है।
अक्सर लोग सोचते हैं कि डिम सम और मोमोज एक ही चीज़ हैं या फिर डिम सम, मोमोज का ही कोई फैंसी नाम है। हालांकि, दिखने में समान होने के बावजूद ये दोनों स्ट्रीट फूड्स कई मायनों में एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं।
आइए जानते हैं चीन के ‘डिम सम’ और तिब्बत के ‘मोमोज’ के बीच के 5 बड़े अंतर:
1. उत्पत्ति (Origin) में अंतर
सबसे बड़ा अंतर इनकी जड़ों में है। डिम सम की उत्पत्ति चीन (China) में हुई है और इसे वहां सदियों से चाय के साथ नाश्ते के रूप में बड़े शौक से खाया जाता है।
वहीं, मोमोज की उत्पत्ति तिब्बत (Tibet) और नेपाल के पहाड़ी इलाकों से हुई है, जहां यह वहां के स्थानीय और पारंपरिक भोजन का एक अहम हिस्सा है।
2. फिलिंग (Filling) का फर्क
इनके अंदर भरी जाने वाली सामग्री इनके स्वाद को अलग बनाती है:
- डिम सम: इसमें अक्सर चिकन, प्रॉन (झींगा), वाटर चेस्टनट्स, मशरूम और विभिन्न प्रकार की एशियाई सब्जियों का मेल होता है, जो इसे कई लेयर्स वाला फ्लेवर देता है।
- मोमोज: भारत और नेपाल में मोमोज में आमतौर पर साधारण सब्जियां (पत्तागोभी, गाजर), पनीर या चिकन की सामान्य फिलिंग होती है।
3. आकार और परोसने का तरीका (Shape and Serving)
- डिम सम: ये कई आकर्षक आकारों में मिलते हैं जैसे— कॉइन शेप, फ्लावर शेप या टोकरी (बास्केट) शेप। इन्हें अक्सर बिना किसी तीखी सॉस के खाया जा सकता है क्योंकि इनका अपना स्वाद काफी समृद्ध होता है।
- मोमोज: ये आमतौर पर अर्धचंद्र (हाफ मून) या गोल पोटली शेप में होते हैं। मोमोज की पहचान ही इसके साथ परोसी जाने वाली लाल तीखी मिर्च की चटनी और मेयोनेज़ है।
4. पकाने का तरीका (Cooking Method)
- डिम सम: इन्हें पकाने के कई तरीके हैं। इन्हें स्टीम (भाप में पकाना), पैन फ्राई या डीप फ्राई करके खाया जाता है।
- मोमोज: पारंपरिक रूप से मोमोज को सिर्फ स्टीम करके ही सर्व किया जाता है। हालांकि, भारतीय बाजार में अब फ्राइड, तंदूरी और ग्रेवी मोमोज जैसी कई वैरायटीज़ उपलब्ध हैं।
5. बाहरी परत (Layer) में फर्क
यह एक महत्वपूर्ण अंतर है जो इन्हें ‘हेल्दी’ या ‘अनहेल्दी’ की श्रेणी में डालता है:
- मोमोज: इनकी बाहरी परत सामान्यतः मैदे की होती है, जो थोड़ी मोटी हो सकती है।
- डिम सम: इनकी परत अक्सर राइस पेपर (चावल के आटे की शीट), सूजी, आलू या मकई स्टार्च से बनाई जाती है। यह परत बहुत पतली और पारदर्शी होती है, जो इसे मोमोज के मुकाबले थोड़ा हल्का और हेल्दी ऑप्शन बनाती है।
निष्कर्ष: कौन है बेहतर?
स्टीम किए गए डिम सम और मोमोज दोनों ही फ्राइड स्नैक्स के मुकाबले हेल्दी विकल्प हैं। लेकिन डिम सम का स्टार्च बेस (चावल/मकई) मैदे की तुलना में पाचन के लिए बेहतर माना जाता है।
इस तरह, दिखने में समान होने के बावजूद डिम सम और मोमोज स्वाद, टेक्सचर, सामग्री और ओरिजन में स्पष्ट अंतर रखते हैं, जिससे हर बार इन्हें खाने का अनुभव अलग और रोमांचक बनता है।



