हिंदू अमेरिकी समूहों ने की बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिबंध की मांग
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों ने बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर हमले की निंदा की है।
इस दौरान कई हिंदू अमेरिकी समूहों ने मांग की है कि दक्षिण एशियाई देश के लिए अमेरिकी सहायता इस शर्त पर निर्भर होनी चाहिए कि वहां की सरकार अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा के लिए ठोस कार्रवाई करें।
बांग्लादेश में बचे सिर्फ 8 प्रतिशत हिंदूः
बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू देश की 17 करोड़ की आबादी का केवल 8 प्रतिशत हैं। इस कारण 5 अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू आबादी को देश के 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना करना पड़ा है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद हालात हुए खराबः
वहीं, बांग्लादेश में हालात ज्यादा तब खराब हो गए, जब इस हफ्ते हिंदू आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार किया गया। उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है। साथ ही इस मामले में उन्हें एक अदालत ने जमानत देने से भी इंकार कर दिया है।
इसके बाद देश की राजधानी ढाका और बंदरगाह शहर चटगांव सहित कई जगहों पर समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बता दें कि गिरफ्तार दास ‘इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस’ (ISCKON) के सदस्य थे। उन्हें हाल ही में निष्कासित कर दिया गया था।
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