Yoga for waist stiffness:
नई दिल्ली, एजेंसियां। सर्दियों में ठंडी हवाओं के कारण शरीर की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ जाता है। इसका सबसे ज्यादा असर पीठ और कमर पर पड़ता है, जिससे जकड़न, दर्द और गर्दन में अकड़न जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना कुछ मिनटों का योगाभ्यास शरीर को लचीला, गर्म और दर्दमुक्त बनाए रखता है।
भुजंगासन: पेट के बल लेटकर हथेलियों को कंधों के पास रखें और धीरे-धीरे ऊपरी शरीर को उठाएं। यह आसन रीढ़ को मजबूत करता है और कमर दर्द में राहत देता है। स्पाइनल फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ने के साथ जमे हुए हिस्से खुलते हैं।
मार्जरी आसन: हाथों और घुटनों के बल आएं। सांस भरते हुए पीठ को नीचे झुकाएं और सांस छोड़ते हुए शरीर को ऊपर गोल करें। यह आसन रीढ़ को गतिशील बनाए रखता है और मांसपेशियों की जकड़न दूर करता है।
बालासन: घुटनों के बल बैठें और आगे झुकें, माथा जमीन पर टिकाएं। यह आसन न केवल पीठ के निचले हिस्से का तनाव कम करता है बल्कि मानसिक तनाव भी घटाता है।
ताड़ासन: पैरों को जोड़कर खड़े हों, सांस लेते हुए हाथ ऊपर उठाएं और पूरे शरीर को खींचें। यह आसन खिंचाव और सुस्ती दूर करता है, ऊर्जा बढ़ाता है और बैलेंस सुधारता है।
गोमुखासन: कंधों और पीठ के दर्द में राहत के लिए यह आसन बहुत लाभकारी है। हाथों और पैरों की सही स्थिति में बैठकर अभ्यास करने से शोल्डर और रीढ़ मजबूत होती है।
योगाभ्यास के दौरान हल्का वार्म-अप करें और प्राणायाम जैसे भ्रामरी व अनुलोम-विलोम को शामिल करें। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में शाम के समय योग करना अधिक फायदेमंद होता है। इन आसान आसनों को रोजाना अपनाकर आप ठंड में भी अपने शरीर को लचीला, दर्दमुक्त और स्वस्थ रख सकते हैं।
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