टेक्सास, एजेंसियां। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के टेक्सास में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय राजनीति में प्रेम और सम्मान का बहुत ज्यादा अभाव है। साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भी आलोचना की है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आरएसएस मानता है कि भारत एक विचार है। वहीं, कांग्रेस का मानना है कि भारत विचारों की विविधता वाला देश है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका की तरह हमें भी लगता है कि हर किसी की भागीदारी होनी चाहिए। हमारा मानना है कि हर किसी को सपने देखने का हक होना चाहिए और जाति, भाषा, धर्म, परम्परा, इतिहास के किरदारों, हर किसी को अवसर मिलना चाहिए।
देश में दो विचारों की लड़ाई है
राहुल ने कहा कि देश में इन्हीं दो विचारों की लड़ाई है। चुनाव में यह लड़ाई अपने चरम पर पहुंच गयी थी।
इस दौरान भारत में करोड़ों लोगों को साफ समझ में आया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के संविधान पर हमला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने इस बार के लोकसभा चुनाव में देखा कि भाजपा अपने से पूर्ण बहुमत लाने में सक्षम नहीं हो पायी।
उनकी राय में भारत और अमेरिका रूपी दो घरों के बीच स्वतंत्र रूप से यात्रा होनी चाहिए।
आपको भारत का विचार अमेरिका में लाना चाहिए और अमेरिका के विचार भारत में लाना चाहिए। इसमें भारत-अमेरिकी समुदाय की महती भूमिका है।
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