नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 6 दिन के लिए ED की रिमांड पर है। आज ED की कस्टडी में उनका दूसरा दिन है।
कहा जा रहा है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलायेंगे और मुख्यमंत्री बने रहेंगे। परंतु ऐसा कब तक चलेगा कहना संभव नहीं है।
ऐसे उनके पीछे आम आदमी पार्टी और दिल्ली की सरकार कैसे चलेगी क्योंकि मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जैसे पार्टी के बड़े नेता भी जेल में हैं।
शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद भी अरविंद केजरीवाल CM के पद पर हैं। पार्टी कह रही है कि वे जेल जाते हैं, तो वहीं से सरकार चलाएंगे।
हालांकि ये इतना आसान भी नहीं है। फाइलों पर साइन करने से लेकर कैबिनेट मीटिंग तक के लिए उन्हें बार-बार कोर्ट से परमिशन लेनी होगी।
इसके अलावा लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में न सिर्फ दिल्ली की सरकार चलाने की चुनौती है, बल्कि पार्टी को चुनाव की तैयारी भी करनी है। इसका पहला असर 22 मार्च को ही दिख गया।
दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की वजह से स्थगित करना पड़ा। अब बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होगा?
पार्टी यह भी आकलन कर रही है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी से पार्टी को भावनात्मक तौर पर क्या फायदा मिल सकता है। इसके अलावा यह भी विचारणीय है कि भ्रष्टाचार के आरोपों से पार्टी कैसे बाहर निकलेगी और क्या इसका नुकसान हो सकता है?
पार्टी के सामने सबसे बड़ा सवाल एक चेहरे का है, जिस पर लोगों को भरोसा हो। इसमे कोई संदेह नहीं है कि अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं।
पार्टी उन्हीं के नाम पर चुनाव लड़ती है, उन्हीं के नाम पर वोट मांगती है। पार्टी में सेकेंड लाइन में आम लोगों से जुड़ा कोई बड़ा नेता नहीं है, जिसे सामने किया जा सके।
पार्टी को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी का अंदेशा भी नहीं था।
पार्टी के एक नेता के अनुसार चुनाव में नाम तो अरविंद केजरीवाल का ही रहेगा। अगर उन्हें जमानत नहीं मिलती है, तो सुनीता केजरीवाल पार्टी के लिए प्रचार कर सकती हैं।
बता दें कि ED ने 21 मार्च की रात केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। ईडी का दावा है कि केजरीवाल लिकर पॉलिसी केस के मास्टरमाइंड हैं। इसमें चुनिंदा डीलर्स को फायदा पहुंचाया गया था।
पति की गिरफ्तारी के बाद सुनीता केजरीवाल सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट की थी। इसमें लिखा कि आपके तीन बार चुने हुए मुख्यमंत्री को मोदी जी ने सत्ता के अहंकार में गिरफ्तार करवाया।
ये दिल्ली के लोगों के साथ धोखा है। आपके मुख्यमंत्री हमेशा आपके साथ खड़े रहे हैं। अंदर रहें या बाहर, उनका जीवन देश को समर्पित है।
X पर सुनीता केजरीवाल की ये पोस्ट करीब एक साल बाद आई है। बीते एक साल में उन्होंने सिर्फ पार्टी और दूसरे नेताओं की पोस्ट को ही री-पोस्ट किया है।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने पोस्ट कर PM मोदी के खिलाफ बयान दिया। सोशल मीडिया पर भी इसके बाद चर्चा होने लगी कि सुनीता केजरीवाल पार्टी का चेहरा बन सकती हैं।
अगले दिन 23 मार्च को उन्होंने कैमरे पर आकर अरविंद केजरीवाल का मैसेज पढ़कर सुनाया। वीडियो में वे उसी जगह बैठी दिख रही हैं, जहां से अरविंद केजरीवाल लोगों को मैसेज देते हैं।
फिर वह पत्रकारों के समक्ष आई और बयान भी दिया। इन सबसे स्पष्ट है कि यदि जरूरत पड़ी तो वह पार्टी और दिल्ली दोनों की कमान संभालने को तैयार हैं।
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