West Bengal:
कोलकाता, एजेंसियां। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में बांग्लादेशी उपद्रवियों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं।
गृह मंत्रालय (MHA) को शुरुआती जांच में इस बात की जानकारी दी गई है कि हिंसा में बाहरी तत्वों की भूमिका हो सकती है। बीते सप्ताह शुक्रवार और शनिवार को शुरू हुआ प्रदर्शन हिंसक हो गया था, जिसमें तीन लोगों की मौत और कई लोग घायल हुए।
हिंसा के बाद जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज जैसे संवेदनशील इलाकों में BSF, CRPF, RAF और राज्य सशस्त्र पुलिस की तैनाती की गई है। अब तक इस मामले में 210 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
West Bengal: TMC सांसद खलीलुर रहमान ने कहा
हालांकि प्रशासनिक सख्ती के चलते अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। दुकानें खुलने लगी हैं और हिंसा के कारण घर छोड़ चुके लोग वापस लौटने लगे हैं। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी रवि गांधी ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर राज्य पुलिस के साथ कानून-व्यवस्था बनाए रखने की रणनीति पर चर्चा की है।
इस बीच, जंगीपुर के TMC सांसद खलीलुर रहमान ने लोगों से अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, प्रशासन हिंसा में पीड़ित लोगों की संपत्ति के नुकसान का आंकलन कर उन्हें मुआवजा देने की तैयारी में जुटा है।
West Bengal: दक्षिण 24 परगना जिला में भी वक्फ की आग
उधर, दक्षिण 24 परगना जिला के भांगर इलाके में भी वक्फ कानून को लेकर तनाव की स्थिति देखी गई। इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
यह झड़प तब हुई जब पुलिस ने ISF विधायक नौशाद सिद्दीकी की रैली में समर्थकों को शामिल होने से रोकने की कोशिश की। हालांकि अब भांगर में भी स्थिति नियंत्रण में है और बसंती राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो चुका है।
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