कोलकाता, एजेंसियां। लोकसभा चुनाव-2024 के छठे चरण से पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम हिंसा से भड़क उठी है।
इसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। पूर्व मेदिनीपुर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है।
नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़की। ये घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है।
तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया।
इस हमले में भाजपा की महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई और आठ अन्य भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए।
बता दें कि जहां 22 तारीख को भाजपा कार्यकर्ता की हत्या हुई, वहीं अगले ही दिन एक टीएमसी कार्यकर्ता पर भी हमला हुआ।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में जिन 8 लोकसभा सीटों पर शनिवार को वोटिंग होनी है उसमें से एक तमलुक लोकसभा सीट है।
नंदीग्राम विधानसभा सीट भी इसी लोकसभा सीट के तहत ही आती है। यहां से बंगाल बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे शुभेंदु अधिकारी भी सांसद रह चुके हैं और अभी वह नंदीग्राम से ही विधायक भी हैं।
इस समय नंदीग्राम में माहौल काफी तनावपूर्ण है और गुस्साए लोग दुकानों तक को आग के हवाले कर रहे हैं।
बीजेपी हिंसा के पीछे ममता बनर्जी की पार्टी को जिम्मेदार ठहरा रही है। शुभेंदु अधिकारी का आरोप है कि ममता बनर्जी के भतीजे यानी अभिषेक बनर्जी के इशारे पर ये सब कुछ हुआ है।
बता दें कि नंदीग्राम वही जगह है जिसकी वजह से बंगाल की सत्ता ममता बनर्जी के हाथों में आई थी।
हालांकि पिछले विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम में ममता बनर्जी को हार का स्वाद चखना पड़ा था, क्योंकि यहां के प्रभावशाली अधिकारी परिवार ने तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था।
इसे भी पढ़ें
पुणे रोड एक्सीडेंटः पुलिस का दावा-नाबालिग ही चला रहा था पोर्श कार