Vedic Almanac :
दिनांक – 08 अप्रैल 2025
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2082
शक संवत -1947
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत ॠतु
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – एकादशी रात्रि 09:12 तक तत्पश्चात द्वादशी
नक्षत्र – अश्लेशा सुबह 07:55 तक तत्पश्चात मघा
योग – शूल शाम 06:11 तक तत्पश्चात गण्ड
राहुकाल – शाम 03:48 से शाम 05:22 तक
सूर्योदय – 05:56
सूर्यास्त – 05:54
दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
व्रत पर्व विवरण- कामदा एकादशी
विशेष- हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती हैl राम रामेति रामेति। रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
Vedic Almanac : एकादशी व्रत कथा
कामदा एकादशी
08 अप्रैल, मंगलवार को कामदा एकादशी है।
‘कामदा एकादशी’ ब्रह्महत्या आदि पापों तथा पिशाचत्व आदि दोषों का नाश करनेवाली है । इसके पढ़ने और सुनने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है ।
Vedic Almanac : हनुमानजी प्रणाम मंत्र
12 अप्रैल 2025 शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव है ।
मैं जब भी कभी हनुमानजी की मूर्ति के सामने खड़ा होता हूँ तो यही बोलता हूं –
सुमिरि पवनसुत पावन नाम , अपने वश करि राखे राम ।
हे हनुमानजी, आपने रामनाम का ऐसा तो सुमिरन किया कि रामजी को ही आपने अपने वश में कर लिया ।
आप भी कभी जाओ तो ये बोलना क्योंभकि हनुमानजी को जप बहुत अच्छा लगता है । हनुमानजी के आगे कोई
सिंदूर और चोला न चढ़ाये, नारियल न रखें तो हनुमानजी नाराज नहीं होंगे पर ये बोल दे कि हनुमानजी आपको भगवान का नाम कितना प्याभरा लगता है ।
सुमिरि पवनसुत पावन नाम , अपने वश करि राखे राम । हनुमानजी राजी होंगे ।
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