US Tariffs:
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आयात पर लगाए गए 26 प्रतिशत टैरिफ का जवाब टैरिफ से नहीं देगा। भारतीय सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर चल रही बातचीत के मद्देनजर भारत ने जवाबी कार्रवाई करने की योजना नहीं बनाई है। ट्रंप ने व्यापारिक साझेदारों से असंतुलित व्यापार घाटा सुधारने के लिए कदम उठाने की उम्मीद जताई थी, जिसे प्रधानमंत्री मोदी की सरकार बदलने की कोशिश कर रही है।
US Tariffs: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की उम्मीद:
भारत, चीन, वियतनाम और इंडोनेशिया की तुलना में अमेरिका के साथ बेहतर स्थिति में है, जो उच्च अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित हुए हैं। जबकि चीन और यूरोपीय कमीशन बदले की कार्रवाई में अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की तैयारी कर रहे हैं, भारत ने इस तरह की प्रतिक्रिया से इनकार किया है। भारत और अमेरिका के बीच फरवरी में टैरिफ पर गतिरोध को हल करने के लिए सहमति बनी थी।
US Tariffs: 2025 तक प्रारंभिक समझौता होने की संभावना:
उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 के अंत तक एक प्रारंभिक व्यापार समझौता किया जाएगा। पीएम मोदी के प्रशासन ने हाल में कई कदम उठाए हैं, जिनमें उच्च-अंत बाइक और बॉर्बन पर टैरिफ कम करना और डिजिटल सेवाओं पर टैक्स हटाना शामिल है। हालांकि, ट्रंप के टैरिफ से भारत की आर्थिक वृद्धि में 2-4 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है, खासकर हीरा उद्योग को इससे बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि वह अमेरिका को अपने निर्यात का एक तिहाई भेजता है।
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