University Grants Commission:
नई दिल्ली, एजेंसियां। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष प्रोफेसर ममीडाला जगदीश कुमार ने हाल ही में अपने पद से सेवानिवृत्ति की घोषणा की।
फरवरी 2022 में UGC के अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल कीं, जिनमें से कुछ प्रमुख बदलावों ने भारतीय शिक्षा प्रणाली को नई दिशा दी।
University Grants Commission: जानिए सबसे बड़ी उपलब्धि
उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक थी सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की शुरुआत, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा में एक समान अवसर प्रदान करना था। इससे छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता और एकीकृत प्रणाली का विकास हुआ।
University Grants Commission: नैशनल एजुकेशन पॉलिसी
इसके अलावा, नैशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के विभिन्न प्रावधानों को लागू कराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। जगदीश कुमार ने शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए कई नीतिगत फैसले लिए और उच्च शिक्षा संस्थानों को अधिक लचीला और नवाचार प्रेरित बनाने की दिशा में काम किया।
डुअल एंट्री सिस्टम की शुरुआत भी उनकी बड़ी पहल रही, जिसके तहत छात्र अब साल में दो बार (जनवरी/फरवरी और जुलाई/अगस्त) दाखिला ले सकते हैं। यह प्रणाली विशेष रूप से उन छात्रों के लिए सहायक रही, जो किसी कारणवश एक निश्चित समय पर प्रवेश नहीं ले पाते थे।
University Grants Commission: अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत
इसी तरह, अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत की गई, जिसमें अंडरग्रेजुएट छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्राप्त हुआ। इससे छात्रों को न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि व्यावसायिक रूप से भी तैयार किया गया।
उनकी अन्य पहलें जैसे ईशान उदय छात्रवृत्ति योजना, जिसमें उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (NER) के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता दी गई, और शिक्षकों की नियुक्ति और पदोन्नति में सुधार भी छात्रों और शैक्षिक संस्थानों के लिए अहम रही।
इसे भी पढ़ें