यौन शिक्षा को बुरा मानते सरकार और पैरेंट्स, बच्चों को गुड टच-बैड टच सिखाएं
नई दिल्ली, एजेंसियां। सुप्रीम कोर्ट ने चाइल्ट पोर्नोग्राफी पर फैसला सुनाते हुएसेक्स एजुकेशन के बारे में भी बात की।
कोर्ट ने कहा, ‘सेक्स एजुकेशन को वेस्टर्न कॉन्सेप्ट मानना गलत है। इससे युवाओं में अनैतिकता नहीं बढ़ती। इसलिए भारत में इसकी शिक्षा बेहद जरूरी है।’
कोर्ट ने कहा कि लोगों का मानना है कि सेक्स एजुकेशन भारतीय मूल्यों के खिलाफ है। इसी वजह से कई राज्यों में यौन शिक्षा को बैन कर दिया गया है।
इसी विरोध की वजह से युवाओं को सटीक जानकारी नहीं मिलती। फिर वे इंटरनेट का सहारा लेते हैं, जहां अक्सर भ्रामक जानकारी मिलती है।
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