रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। मौजूदा झारखंड सरकार चुनावों से पहले अपने पिछले साढ़े चार साल में किये कामों को बयां कर रही है।
साथ ही सरकार का प्रयास है कि चुनाव से पहले ढाई लाख गरीबों छत मुहैया करा दें। इसके लिए अबुवा आवास योजना (Abua Awas Yojna) को गति दी जा रही है।
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) द्वारा शुरू की गई इस महत्वकांक्षी योजना को मौजूदा सीएम चंपाई सोरेन (Champai Soren) जोर शोर से मूर्त रूप देने में जुटे हैं।
सरकार का प्रयास है कि हर गरीब जो कच्चे मकान में रहने को मजबूर है, उसे तीन कमरे का पक्का मकान मुहैया करा दिया जाये।
इसके लिए चयनित लाभुकों को साल भर के भीतर मकान बनाने के लिये दो लाख रुपये दिये जाने हैं।
2 लाख से अधिक परिवार जुड़े योजना से, बन रहे पक्के मकान
सरकारी आंकड़ो की माने तो अबतक दो लाख से अधिक परिवारों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है और इन्हें पहली किस्त के 30 हजार रुपये भी दिये जा चुके हैं।
धरातल पर उतारी जा रही इस योजना को देखने आइडीटीवी रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के बारीडीह पंचायत में पहुंचा। यहां 47 से अधिक लोगों को अबुआ आवास का लाभ मिलना शुरु हो चुका है।
लाभुकों में से एक कुलेश्वर करमाली का कहना है कि उनका नाम पहली ही लिस्ट में आ गया था। ब्लॉक और पंचायत से लोग निरिक्षण करने आए थे। सबकुछ जांच लेने के बाद मेरा नाम पास हो गया।
करीब दो महीने पहले पहली किस्त के तीस हजार रुपये मिल चुके हैं। अब दूसरे किस्त का इंतजार है।
बारीडीह में 47 लोग लाभान्वित
बता दें कि पंचायत में कुछ लोगों को दूसरा किस्त भी मिल चुका है। पचांयत की मुखिया पार्वती देवी ने बताया की अब तक कुल 47 लोगों को अबुआ आवास मिल चुका है, अगली लिस्ट में 60 से अधिक लोगों को आवास मिलने की उम्मीद है।
पूरे पंचायत में 700 से अधिक लोगों ने अबुआ आवास के लिये आवेदन किया था। लेकिन पहली लिस्ट में केवल 47 लोगों के नाम पर ही मुहर लगी।
बड़ी आबादी अब भी योजना से वंचित
एक बड़ी आबादी अब भी कच्चे मकानों में रहने को मजबूर है। बरसात भी जल्द शुरु हो जाएगी। लोगों को इसका भी डर सता रहा है।
पंचायत में कई ऐसे लोग मिले जो अबुआ आवास योजना में पार्दर्शिता को लेकर मन में संशय पाले हुए थे।
बारीडीह गांव की सोनी देवी का कहना है कि निरिक्षण करने आए अधिकारियों ने उनके घर की हालत देखकर कहा था कि आपका आवास जरुर पास हो जाएगा। लेकिन पता नहीं कैसे मेरा नाम पहली लिस्ट में नहीं आया।
सोनी देवी के घर के आसपास कई ऐसे कच्चे घर मिले जिनकी हालत बेहद खराब थी। घर में रहने वालों का कहना है कि हमसे बेहतर घरों में रहनों वालों का अबुआ आवास पास हो गया, लेकिन हमारा नहीं हो पाया।
मुखिया का कहना है कि संसाधन कम है और आवेदकों की सूची लंबी है, सभी को आवास मिलने में समय लगेगा ही।
प्रखंड विकास पदाधिकारी बोले-दूसरी लिस्ट जल्द जारी होगी
अबुवा आवास योजना को मूर्त रूप देने में पूरा सरकारी अमला जुटा है। इस संबंध में हमने ओरमांझी ब्लाक के प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार से बात की।
बीडीओ विजय कुमार का कहना है कि पहले लिस्ट में हमने पूरे ओरमांझी प्रखंड में 625 लोगों को अबुआ आवास की पहली किस्त का भुगतान कर दिया है।
वहीं 318 लाभुकों को दूसरी किस्त का भी भुगतान किया जा चुका है। विजय कुमार ने बताया कि दूसरी लिस्ट में लगभग 1516 लोगों को अबुआ आवास दिया जाएगा।
ये थी बारीडीह गांव मं अबुवा आवास योजना की हकीकत। जिन्हें योजना का लाभ मिल गया, उनके घर बनने लगे हैं। सिर पर मजबूत छत का उनका सपना साकार होने लगा है।
वहीं, जो इससे वंचित हैं, वे टकटकी लगाये हैं, कि कब उनका भी छत पक्का होगा और बारिश की टपकती बूंदों से उन्हें मुक्ति मिलेगी।
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