Russia–Ukraine War:
कीव, एजेंसियां। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक बड़ा मानवीय कदम देखने को मिला, जहां दोनों देशों ने युद्ध के दौरान पकड़े गए सैनिकों की एक और बड़ी अदला-बदली की। शनिवार को 307 सैनिकों को रिहा किया गया, जबकि इससे एक दिन पहले 390 कैदियों की अदला-बदली की गई थी। यह समझौता पिछले सप्ताह इस्तांबुल में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता के बाद संभव हुआ, जिसमें कुल 1,000 कैदियों की रिहाई पर सहमति बनी थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस अदला-बदली की पुष्टि की।
Russia–Ukraine War: क्यों उठाया गया ये कदम
यह तीन साल से जारी युद्ध के दौरान पहली बार हुआ जब दोनों देशों ने प्रत्यक्ष वार्ता के जरिए इतनी बड़ी संख्या में युद्धबंदियों की रिहाई सुनिश्चित की है। हालांकि, यह सकारात्मक पहल उस समय हुई जब कीव पर रूस ने एक बार फिर बड़े पैमाने पर हमला किया। रूसी सेना ने राजधानी कीव पर 14 बैलिस्टिक मिसाइलें और 250 से अधिक ‘शाहेड’ ड्रोन दागे, जिनमें से यूक्रेनी वायुसेना ने 6 मिसाइलें और 245 ड्रोन मार गिराए। इन हमलों में कम से कम 15 लोग घायल हुए, कई इमारतों को नुकसान पहुंचा और शहर के कई हिस्सों में मलबा गिरा। कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने बताया कि ड्रोन का मलबा एक मॉल और रिहायशी इमारत पर गिरा, जिससे कई इलाकों में आग लग गई।
Russia–Ukraine War: रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा
रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने भी यूक्रेन द्वारा दागे गए सैकड़ों ड्रोन को नष्ट किया है। यह कैदियों की अदला-बदली युद्ध के बीच एक मानवीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जिससे संभावित दीर्घकालिक शांति वार्ता की उम्मीदें जगी हैं, हालांकि जमीनी स्तर पर संघर्ष अब भी जारी है और दोनों पक्षों की सैन्य गतिविधियों में कोई ठहराव नजर नहीं आ रहा।
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