जमशेदपुर, एजेंसियां। झारखंड की संस्कृति और विरासत को बचाने के लिए संवर्धन केंद्र की स्थापना की जा रही है।
केंद्रीय जनजातीय कार्य, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने वर्चुअल माध्यम से झारखंड के खरसावां जिले के पदमपुर में ‘जनजातीय संस्कृति और विरासत के संरक्षण और संवर्धन केंद्र’ की आधारशिला रखी।
यह संग्रहालय झारखंड में आदिवासी समुदाय की समृद्ध विरासत को चित्रांकित करने और संरक्षित करने का एक अनुठा प्रयास है। समृद्ध आदिवासी जीवन शैली और संस्कृति को दर्शाता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार पिछले 10 वर्षों से ‘परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ-साथ विकास’ के सिद्धांत पर अथक रूप से कार्यरत है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय ज्ञान प्रणालियों, परंपराओं और सांस्कृतिक लोकाचार के संरक्षण और प्रोत्साहन को अत्यधिक महत्व दिया है।
प्रधानमंत्री के विज़न के अनुसार भविष्य के सुदृढ़ आत्मनिर्भर भारत के लिए आदिवासी समुदाय को प्रोत्साहित और सशक्त बनाना हमारा कर्तव्य और साझा जिम्मेदारी है।
इसे भी पढ़ें