जयपुर, एजेंसियां: केंद्रीय मंत्री और बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल अपने एक बयान के चलते विवादों में घिर गए हैं। यह बयान कृष्ण भक्त और कवयित्री मीराबाई को लेकर दिया गया था
जिससे राजपूत समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया है। मामला राजस्थान के सीकर में स्वामी दयानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम का है, जहां अर्जुन राम मेघवाल विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।
क्या कहा था मेघवाल ने?
अपने संबोधन के दौरान अर्जुन राम मेघवाल ने मीराबाई के जीवन से जुड़ा एक प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि मीराबाई के पति खानवा के युद्ध में एक साल बाद मारे गए थे। इसके बाद उनके देवर राणा बने और उन पर शादी के लिए दबाव बनाने लगे। इसी बयान को लेकर राजपूत समाज ने आपत्ति जताई है।
राजपूत समाज में बढ़ा आक्रोश
राजपूत समाज ने इसे मीराबाई के सम्मान के खिलाफ बताते हुए माफी की मांग की है। सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। ट्विटर (अब X) पर #अर्जुन_राम मेघवा_माफी_मांगो ट्रेंड कर रहा है, जिसमें गुरुवार दोपहर तक करीब 8000 से अधिक ट्वीट किए जा चुके हैं।
सोशल मीडिया पर बढ़ा विरोध
राजपूत समाज ने मेघवाल के बयान को मीराबाई के इतिहास के विरुद्ध बताते हुए इसे क्षत्रिय समाज की भावनाओं को आहत करने वाला करार दिया। इसके साथ ही मंत्री से तत्काल माफी की मांग की गई है।
क्या होगी कार्रवाई?
हालांकि, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अब तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। देखना होगा कि बढ़ते विरोध को देखते हुए वह कोई स्पष्टीकरण देते हैं या माफी मांगते हैं। वहीं, यह मुद्दा राजस्थान की राजनीति में गर्माने की संभावना है, खासकर चुनावी माहौल के बीच।
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