इंदौर, एजेंसियां। इंदौर में BJP के Shankar Lalwani, बसपा के संजय सोलंकी और जनहित पार्टी के अभय जैन के बीच मुख्य मुकाबला है।
इन सबके बीच यहां नोटा Nota भी रिकॉर्ड बनाने की ओर है। यहां नोटा को दोपहर तक एक लाख वोट मिल चुके हैं।
इंदौर के परिणाम की देशभर में चर्चा है। इंदौर में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने चुनाव से ठीक पहले नामांकन वापस ले लिया था।
इस वजह से कांग्रेस इंदौर में चुनाव नहीं लड़ पाई। कांग्रेस ने जनता से अपील की थी कि नोटा पर वोट दे और अपना विरोध दर्ज करवाए।
नोटा बना रहा है रिकार्ड
संभवतः यही कारण है कि नोटा यहां रिकार्ड बना रहा है। परिणाम में भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी सात लाख वोट से आगे चल रहे हैं।
इंदौर ने इस बार देश में सबसे अधिक नोटा का रिकार्ड बना दिया है। नोटा को एक लाख से ज्यादा वोट मिल चुके हैं।
शंकर लालवानी पांच लाख वोट से आगे चल रहे हैं। अभी देश में सबसे ज्यादा नोटा का रिकॉर्ड फिलहाल बिहार के गोपालगंज के नाम है।
वर्ष 2019 के चुनाव में यहां 51,660 नोटा पड़े थे। इंदौर इस मामले में इस बार रिकॉर्ड बनाता दिख रहा है।
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