जीएसटी में लाने पर हो रहा विचार
नई दिल्ली, एजेंसियां। आम लोगों के लिए राहत भरी खबर है। आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमत 20 रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकती है। इसे लेकर केंद्र सरकार गंभीरता से विचार कर रही है।
जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि यह राज्यों को निर्णय लेना है। एक साथ आना है और पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लाना है।
राज्यों की सहमति जरूरी
वित्त मंत्री ने कहा कि एक बार जब राज्य सहमत हो जाते हैं, तब उन्हें काउंसिल में टैक्सेशन की दर पर निर्णय लेना होगा। एक बार निर्णय लेने के बाद इसे कार्यान्वित किया जाएगा।
बतातें चलें कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में कोई भी निर्णय विभिन्न राज्यों के सरकारों की सहमति से लिया जाता है।
केंद्र के चाहने के बाद भी राज्यों के तैयार नहीं होने पर मामला लटक जाता है। पिछली बार भी पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की चर्चा हुई थी। इसका गैर भाजपा शासित राज्यों ने विरोध किया था।
राज्य सरकारों को शराब के बाद सबसे अधिक टैक्स पेट्रोल और डीजल से मिलता है। इसकी वजह से वे इसे जीएसटी के दायरे में लाने के लिए तैयार नहीं होते हैं।
वर्तमान में राज्य में जीएसटी की सर्वाधिक दर 28 फीसदी है। इसके दायरे में लाने के बाद भी पेट्रोल करीब 20 और डीजल 13 रुपये प्रति लीटर सस्ते हो सकते हैं। हालांकि इसके लिए राज्य सरकारों को सहमत होना होगा।
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