Uric acid increases:
नई दिल्ली, एजेंसियां। जब शरीर में जरूरत से ज्यादा प्रोटीन या प्यूरिन युक्त चीजें ली जाती हैं, तो यूरिक एसिड का निर्माण होता है जो एक वेस्ट प्रोडक्ट है। सामान्य स्थिति में यह यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाता है, लेकिन जब इसकी मात्रा ज्यादा हो जाती है तो यह शरीर में जमा होकर पथरी जैसे क्रिस्टल्स बना लेता है, जो जोड़ों के बीच चिपक जाते हैं। इससे जोड़ों में गैप बनता है और दर्द की शुरुआत होती है।
यूरिक एसिड का सबसे पहला और सीधा असर पैरों के अंगूठे पर होता है। यहां सूजन, दर्द और जोड़ों में गैप दिखना शुरू हो जाता है। धीरे-धीरे यह समस्या टखनों और पैरों की दूसरी उंगलियों तक फैल सकती है।
Uric acid increases:यूरिक एसिड का लक्षण
![यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर में सबसे पहले पैरों के अंगूठे में होता है असर, जानिए लक्षण और बचाव के तरीके [when uric acid increases, the toes are the first to be affected in the body, know the symptoms and prevention methods] 1 यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर में सबसे पहले पैरों के अंगूठे में होता है असर, जानिए लक्षण और बचाव के तरीके [When uric acid increases, the toes are the first to be affected in the body, know the symptoms and prevention methods]](https://i0.wp.com/idtvindradhanush.com/wp-content/uploads/2025/07/uric_acid_test_1736495893587_1736495893894.webp?resize=696%2C522&ssl=1)
इस बढ़ते यूरिक एसिड का लक्षण शुरुआत में सूजन और तेज दर्द होता है, जो विशेषकर उंगलियों के जोड़ों में महसूस होता है। प्रभावित अंगों में लालिमा, जलन और चलने में परेशानी होने लगती है। यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह समस्या गंभीर हो सकती है और गठिया जैसी बीमारियों का रूप ले सकती है।
Uric acid increases:बचाव
इससे बचाव के लिए जरूरी है कि लोग प्यूरिन युक्त चीजें जैसे रेड मीट, शराब, सी-फूड और ज्यादा प्रोटीन वाली डाइट कम लें। खूब पानी पिएं, वजन नियंत्रित रखें, नियमित व्यायाम करें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से जांच कराएं। समय रहते लक्षणों की पहचान और परहेज से इस दर्दनाक स्थिति से बचा जा सकता है।
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