पटना, एजेंसियां। बिहार में नीट पेपर लीक को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU )से डिटेल रिपोर्ट मांगी है। शिक्षा मंत्रालय ने यह भी बताया कि नीट से जुड़े ग्रेस मार्क्स के मुद्दे को सुलझा लिया गया है।
पटना में परीक्षा में हुई अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की जांच एजेंसी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने दोहराया कि इस मामले में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का बड़ा आरोप
इधर, बिहार के डिप्टी CM विजय सिन्हा ने दावा किया है कि इस मामले के तार तेजस्वी यादव के करीबी से जुड़े हैं।
जिस गेस्ट हाउस में कैंडिडेट को ठहराने की बात सामने आई, उसमें कमरा तेजस्वी के PS प्रीतम ने बुक कराया था।
10 पुख्ता सबूत सुप्रीम कोर्ट भेजे जा सकते हैं
इधर, NEET UG पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की जांच एजेंसी SIT तफ्तीश में जुटी है। देश के 24 लाख NEET अभ्यर्थी इसी एजेंसी की जांच पर उम्मीद लगाए बैठे हैं।
अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि जांच एजेंसी साक्ष्यों को सुप्रीम कोर्ट में पेश करेगी। 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में NEET पेपरलीक की सुनवाई होनी है।
एजेंसी ने सभी वैज्ञानिक सबूतों और मौके से मिले जले हुए प्रश्नपत्र समेत अन्य साक्ष्यों को जमा करना शुरू कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, एजेंसी के पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं जिन्हें पेश करने के बाद सुप्रीम कोर्ट अंतिम फैसला ले सकता है।
अभ्यर्थियों और परीक्षा माफिया की गिरफ्तारी और उनसे बरामद सबूतों के आधार पर जांच एजेंसी का दावा है कि पेपरलीक हुआ था।
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