पटना, एजेंसियां। नीट पेपर लीक मामले में जांच तेजी से चल रही है। मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है कई तरह की बात सामने आ रही है।
मामले में अब पता चला है कि संजीव मुखिया के गैंग के लोग पेपर बॉक्स तोड़ने के लिए पटना से हवाई जहाज से अहमदाबाद गये थे।
उन्होंने पेपर का सील तोड़ने के लिए एक्सपर्ट की मदद ली थी। हालांकि अब तक जांच कर रही टीम संजीव मुखिया तक नहीं पहुंच पाई है।
बिहार ईओयू की टीम संजीव मुखिया की तलाश में जुटी है। वहीं अब मामले को टेकओवर कर चुकी सीबीआई भी संजीव मुखिया को ढूढ़ने के लिए टीम लगा सकती है।
एग्जाम में सॉल्वर बैठाता था संजीव
रवि अत्री के इंटेरोगेशन रिपोर्ट के मुताबिक संजीव मुखिया एग्जाम पेपर लीक करवाने का पुराना खिलाड़ी है।
रवि अत्री और संजीव मुखिया का गैंग आपस में जुड़ा हुआ था। रवि अत्री की इंटेरोगेशन रिपोर्ट में संजीव मुखिया के बारे में कई खुलासे हुए हैं।
रवि अत्री ने बताया कि संजीव मुखिया का गैंग पेपर लीक करने में माहिर है। उसका नेटवर्क यूपी,बिहार, गुजरात, दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में फैला हुआ है।
संजीव मुखिया ब्लूटूथ के जरिए देश में होने वाले अलग-अलग एग्जाम में सॉल्वर बैठाता था। वह ब्लूटूथ खरीदने दिल्ली भी आता था। संजीव और उसका बेटा शिव इस पेपरलीक मामला के बड़े किंगपिन हैं।
संजीव मुखिया से ही खुलेंगे कई राज
संजीव मुखिया पहले सॉल्वर बैठाता था। ब्लूटूथ के जरिए एग्जाम में सॉल्वर बैठाने का आइडिया सबसे पहले मुखिया ने खोजा था।
मुखिया के गैंग का कनेक्शन, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान पेपर लीक माफियाओं से जुड़ा है।
बता दें कि संजीव मुखिया, पुलिस के हाथ लगता है तो नीट के अलावा यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती, रिवेन्यू ऑफिसर भर्ती (RO/ARO) पेपर लीक, बिहार शिक्षक भर्ती (BPSC TRE 3) समेत कई परीक्षाओं की गुत्थी सुलझा सकती है।
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