29 गांव वाले इस शहर की बदली तकदीर
अमरावती , एजेंसियां। देश में मोदी सरकार के तीसरी बार आने के बाद मानो आंध्र प्रदेश, अमरावती और राज्य के भावी सीएम चंद्रबाबू नायडू के अच्छे दिन आ गए।
12 जून को अमरावती में चंद्रबाबू नायडू, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। लेकिन, इससे पहले इस शहर में जमीनों की कीमत 3 दिन में दोगुनी हो गई है।
दरअसल, चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती को आंध्र प्रदेश की ग्रीन कैपिटल के रूप में विकसित करने की बात कही है।
ऐसे में यहां जमीन के दाम तेजी से बढ़े हैं। चंद्रबाबू नायडू 2014 से 2019 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे।
उस समय उन्होंने अमरावती को राजधानी शहर बनाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने ग्रीनफील्ड राजधानी अमरावती को पर्यावरण की दृष्टि से और समृद्ध बनाने का सपना देखा था।
यह शहर विजयवाड़ा और गुंटूर के बीच पड़ता है और इसमें 29 गांव आते हैं।
क्या हैं जमीन की कीमतें
चंद्रबाबू नायडू की सरकार के अंतिम समय 2019 में अमरावती में जमीन की कीमतें 25,000 से 60,000 स्क्वेयर यार्ड थीं।
जगन मोहन रेड्डी की सरकार बनने के बाद कीमतें 9000 से 18,000 रुपये स्क्वेयर यार्ड हो गई।
अब, चंद्रबाबू नायडू की सत्ता में वापसी के बाद यहां जमीन की कीमतें 30,000 से 60,000 रुपये स्क्वेयर यार्ड हो गई।
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