मणिपुर, एजेंसियां : मणिपुर पिछले एक साल से हिंसा की आग में जल रहा है, जिसमें न जाने कितने ही लोगों की जान चली गई।
दरअसल, कुछ दिन पहले ही राज्य में ड्रोन और रॉकेट से हमला किया गया था। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
इस बीच पुलिस नेड्रोन रोधी प्रणाली तैनात करने का फैसला किया है। ये घोषणा जिरीबाम जिले में ताजा हिंसा की खबरों के बाद की गई है।
पुलिस महानिरीक्षक के. कबीब के मुताबिक सूबे में एक मजबूत ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात की गई है।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि राज्य में पुलिस और नागरिकों पर हमलों का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त हथियार खरीदने की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होने कहा पुलिस प्रशासन हालात पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। तमाम वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तैनात किया गया है।
साथ ही ड्रोन-रोधी प्रणाली तैनात की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस अतिरिक्त ड्रोन-रोधी हथियार खरीदेगी।
संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाकर्मी तैनात, 3-5 KM के दायरे में चलेगा अभियान
जानकारी के मुताबिक, के. कबीब ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सेना के हेलीकॉप्टर इलाकों में हवाई गश्त कर रहे हैं।
ये अभियान कम से कम 3-5 किलोमीटर के दायरे में चलेगा। इस संयुक्त अभियानों का मकसद पहाड़ियों और घाटी दोनों जगहों पर किसी भी तरह के हमले को रोकना है, जहां रॉकेट दागे गए थे और ड्रोन लॉन्च किए गए थे।
तो वहीं जिरीबाम जिले में भड़की हिंसा पर उन्होंने कहा कि संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने नुंगचाबी गांव पर हमला किया था जिसमें कुलेन्द्र सिंहा नाम के एक बुजुर्ग की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि रशीदपुर गांव के पास ग्रामीण स्वयंसेवकों और अज्ञात बदमाशों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि वर्दी पहने बदमाशों के तीन शव बरामद किए गए।
इसे भी पढ़ें