भोपाल, एजेंसियां। MP के सीहोर में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा ने आत्महत्या कर ली। 5 दिसंबर को ED ने मनोज के 4 ठिकानों पर छापा मारा था। मनोज ने MP में कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी।
कांग्रेस का आरोप है कि वे तभी से BJP के निशाने पर थे। मनोज ने 5 पेज के सुसाइड नोट में ED अफसरों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं।
सुसाइड नोट की बड़ी बातेः
- 5 दिसंबर को ED ने सुबह 5 बजे रेड मारी। मेरे घर पर कागज का एक टुकड़ा नहीं छोड़ा। दूसरे के 10 लाख रुपए, ज्वेलरी और ओरिजिनल दस्तावेज लेकर गए।
- ED के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू ने गाली-गलौज और मारपीट की। कहा- भाजपा में होते, तो तुम पर केस नहीं होता।
- संजीत ने मेरे कंधे पर पैर रखा। कहा- अपने बच्चों को भाजपा जॉइन करवा दे। राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनवा दे।
- बिना बयान लिए, खुद से बयान लिख लिए। मेरे साइन भी करवा लिए। घर से मोबाइल फोन और पेपर ले गए।
- अफसर बार-बार बोलते रहे- इतनी धाराएं जोड़ूगा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी नहीं हटा पाएगा। इसलिए मामला सेटल करो और फ्री हो जाओ।
- मैंने परिवार के बारे में कहा कि सब बेकसूर हैं लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी।
- राहुल गांधी जी से निवेदन है कि मेरे जाने के बाद बच्चों का ख्याल रखना, उन्हें अकेला मत छोड़ना।
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