येरुशलम, एजेंसियां। इजराइल[Israel] एक बार फिर युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। इसे लेकर उसने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
ईरान की और से हमले की आशंका है। इसलिए उसने जीपीएस नेविगेशन सिस्टम बंद कर दिया है। इसके अलावा सभी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं। इतना ही नहीं एयर डिफेंस कमांड को अलर्ट पर रखा गया है।
दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइली ने सीरिया में एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो आर्मी कमांडर्स समेत कुल 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने हमले का बदला लेने की धमकी दी थी।
इजराइल डिफेंस फोर्सेस ने अपने सभी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उनकी तैनाती के ऑर्डर जारी कर दिए हैं।
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच गाजा में 7 अक्टूबर से जंग जारी है।
इजराइल ने सीरिया में एयरस्ट्राइक के जरिए ईरान को यह मैसेज देना चाहा कि अगर वो हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकी संगठनों की मदद करता रहा तो उसके ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।
सीरिया में ईरान की एम्बेसी है और वहां उसके कई सैनिक भी मौजूद हैं जो वहां के राष्ट्रपति बशर अल असद के लिए विद्रोही गुटों से लड़ रहे हैं।
इजराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के करीब ऐसे ही ठिकानों को निशाना बनाया। इजराइली हमले में ईरान के कुद्स फोर्स कमांडर मोहम्मद रजा जाहेदी की भी मौत हो गई थी।
2020 में अमेरिका ने इराक में ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था।इसके बाद राजा जाहेदी सबसे बड़े जनरल माने जाते थे। उनके मारे जाने के बाद ईरान सरकार पर बदला लेने का दबाव भी है।
ईरान और इजराइल के बीच दुश्मनी जगजाहिर है, लेकिन ईरान कभी सीधे तौर पर इजराइल से टकराने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। उसने हमेशा हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकी संगठनों का सहारा लिया।
अब अगर ईरान सीधे तौर पर इजराइल को निशाना बनाता है तो सबसे बड़ा खतरा इस बात का है कि पूरे मिडिल ईस्ट में यह जंग फैल जाएगी और इसके नतीजे खतरनाक होंगे।
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