नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्र सरकार ने 27 नवंबर को नई दिल्ली में ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का मकसद देश को बाल विवाह मुक्त राष्ट्र बनाना है।
यह राष्ट्रीय अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 जनवरी, 2015 को शुरू की गई प्रमुख योजना ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की सफलता से प्रेरित है।
बाल विवाह गंभीर समस्याः
बाल विवाह न केवल एक अपराध है बल्कि मानवाधिकारों का उल्लंघन भी है। यह गंभीर समस्या है।
कार्यक्रम के दौरान अन्नपूर्णा देवी ने बाल विवाह मुक्त भारत पोर्टल का भी अनावरण किया।
इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को जागरूकता बढ़ाने, बाल विवाह को रोकने और बाल विवाह की घटनाओं को दर्ज कराने के अभियान के लिए डेवलप किया गया है।
बाल विवाह से मतलब उस विवाह से है जब लड़के या लड़की या दोनों विवाह के लिए निर्धारित उम्र से काम के हों।
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