नो बॉल और वाइड के लिए DRS ले सकेंगे
मुंबई, एजेंसियां। IPL के 18वें सीजन में खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए उस पर लार लगा सकेंगे। BCCI ने पांच साल पुराने बैन को हटा दिया है। 2020 में ICC ने कोरोना वायरस से बचाने के लिए लार नहीं लगाने का फैसला किया था।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, IPL कमेटी ने आज मुंबई में कप्तानों के साथ मीटिंग की। इसमें लार लगाने पर सहमति बनी।
कोविड के दौरान नियम बना थाः
BCCI के एक अधिकारी ने PTI को बताया कि अब कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से खत्म हो चुका है। इसलिए हमें लगता है कि गेंद में लार लगाने से कोई दिक्कत नहीं होगी।
ICC ने अब तक इस नियम पर ढिलाई नहीं दी है।
बॉल पर लार लगाने से रिवर्स स्विंग में मदद मिलती हैः
बॉल पर लार लगाने से सबसे ज्यादा मदद तेज गेंदबाजों को मिलती है। बॉल को रिवर्स स्विंग कराने के लिए तेज गेंदबाद बॉल में लार लगाते हैं।
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान गेंद पर लार लगाने के नियम में बदलाव का अनुरोध कर चुके हैं।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था- मॉडर्न डे क्रिकेट गेंदबाजों के लिए सख्त हो चुका है। रिवर्स स्विंग कराना मुश्किल है, लेकिन ICC ने गेंद पर लार लगाना बैन कर रखा है।
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