प्रयागराज, एजेंसियां। महाकुंभ में संगम स्नान करती महिलाओं के वीडियो ऑनलाइन बेचने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें प्रयागराज के चंद्रप्रकाश फूलचंद के अलावा और भी यूट्यूबर्स शामिल हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ये सभी वीडियो बनाने के लिए यूट्यूबर्स ने युवतियों और महिलाओं हायर किया था।
महाकुंभ के संगम नोज समेत अन्य घाटों पर महिलाएं आराम से वीडियो बना सकती थीं, इसलिए उन्हें हॉयर किया गया। आपत्तिजनक वीडियो इन्हीं के जरिए ही शूट कराये गए।
अस्पतालों के भी वीडियो बनायेः
पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें प्रयागराज का चंद्रप्रकाश फूलचंद भी शामिल है।
अब क्राइम ब्रांच और साइबर सेल टीमें उन महिलाओं और युवतियों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं, जो इस गंदे धंधे में शामिल थीं। पकड़े गए आरोपियों ने भी पूछताछ में कई अहम सुराग दिए हैं। साथ ही कई ऐसे यूट्यूबर्स के नाम बताए हैं, जो वीडियो बेचने के गैंग में शामिल हैं।
चंद्रप्रकाश कैसे गुजरात के हैकर के संपर्क में आयाः
कुछ हैकर्स ने अस्पतालों के सीसीटीवी सिस्टम में सेंध लगाई और हैक कर लिया। इसके बाद लेबर रूम समेत चेकअप कराती महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो फुटेज हासिल कर प्रज्वल अशोक तेली और प्राज राजेंद्र पाटिल को दिए।
2 से 5 हजार में बेचे वीडियोः
इस गैंग ने वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए। इसमें एक टेलीग्राम ग्रुप का लिंक दिया गया। इसके जरिए दोनों इन क्लिप को 2000 से 5000 रुपए में बेचने लगे। अश्लील क्लिप को ऑनलाइन बेचकर गैंग ने लाखों रुपए कमाए।
इस मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। 2 आरोपी महाराष्ट्र से गिरफ्तार किए गए हैं।
इसी गैंग ने महाकुंभ के वीडियो चंद्रप्रकाश फूलचंद के हैंडिलों पर देख उन्होंने संपर्क किया। इसके बाद चंद्रप्रकाश फूलचंद महाकुंभ में नहाती महिलाओं के वीडियो उन्हें बेचने लगा।
5 गिरफ्तार, 3000 से ज्यादा वीडियो जब्तः
गुजरात पुलिस ने गिरोह को पकड़ा। उनके पास 3000 से ज्यादा क्लिप मिलीं, तो चंद्रप्रकाश के राज खुल गए। अब जांच यूं आगे बढ़ रही है कि चंद्रप्रकाश से कौन-कौन जुड़ा था, वीडियो बनाने वाली महिलाएं कौन थीं। दूसरे यूट्यबर्स कौन हैं?
वीडियो अपलोड करने वाले तीनों आरोपियों को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है।
इस पूरे नेक्सस को क्रैक करने में UP पुलिस, साइबर क्राइम सेल, STF के अलावा अहमदाबाद क्राइम ब्रांच जुटी है। इस केस से जुड़े जांच अधिकारी ने बताया कि यह बात लगभग क्लियर है कि जिन हैंडल्स पर महाकुंभ से जुड़े वीडियो डाले गए, उन्हें कहीं से खरीदा नहीं गया था।
शुरुआती पूछताछ में चंद्रप्रकाश ने कबूल किया कि उसने ये वीडियो दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डाउनलोड करके अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिए थे। हालांकि, पुलिस को इस बयान पर विश्वास नहीं है।
प्रयागराज के चंद्रप्रकाश के 2 यूट्यूब चैनल, उसने 8 वीडियो डालेः
आरोपी चंद्रप्रकाश के दो यूट्यूब चैनल ‘CP Monda’ नाम से हैं। एक चैनल 24 जनवरी, 2025 को क्रिएट हुआ है। इस पर अभी तक कुल 3 वीडियो अपलोड किए गए हैं।
ये तीनों वीडियो महाकुंभ में महिलाओं के स्नान करने और कपड़े बदलने से संबंधित हैं। दूसरे यूट्यूब चैनल पर 5 वीडियो अपलोड हैं।
इसमें एक वीडियो महाकुंभ के स्नान घाट का है, जबकि 3 वीडियो हॉस्पिटल के अंदर महिलाओं के कूल्हे पर इंजेक्शन लगाने से जुड़े हैं।
DIG वैभव कृष्ण का कहना है कि महाकुंभ के वीडियो बनाने के मामले में रिपोर्ट दर्ज है, जांच हो रही है। हालांकि, गुजरात पुलिस ने प्रयागराज पुलिस से इस संबंध में संपर्क नहीं किया था। गिरफ्तारी के बाद ही प्रयागराज पुलिस को पता चला और पुलिस जांच में जुट गई।
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