जमशेदपुर। राज्य के सरकारी विश्वविद्यालय और अंगीभूत कालेजों में 20 वर्षों से संचालित बीएड कोर्स में पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। राज्य के श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव ने उनके लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि राज्य के सरकारी कॉलेजों में पढ़ा रहे बीएड शिक्षकों की सेवा शर्तें और वेतन एक समान होंगे। उन्होंने ये बातें जमशेदपुर में बीएड शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से कही, जो उन्हें अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे।
उन्होंने मंत्री संजय यादव को वर्षों से चली आ रही वेतन विसंगति और सेवा शर्तों में सुधार के साथ-साथ पूरे राज्य में एक समान नियमावली बनाने के लिए ज्ञापन सौंपा। झारखण्ड राज्य बीएड प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष डॉ. विशेश्वर यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने विगत 20 वर्षों से शोषित होते आ रहे बीएड प्राध्यापकों की समस्याओं को रखा। समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनने के बाद मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि यथाशीघ्र इसका निराकरण कर दिया जायेगा।
बीएड विभाग को बंद नहीं होने दिया जाएगाः
उन्होंने कहा कि सरकारी अंगीभूत महाविद्यालयों में संचालित बीएड विभाग को बंद नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए सरकार के स्तर से सेवा शर्त नियमावली बनाकर समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने सभी बीएड प्राध्यापकों को आश्वाशन दिया कि प्राथमिकता के साथ उच्च शिक्षा मंत्री से मिलकर इस समय का समाधान होगा।
संघ की उपाध्यक्ष डॉ. शीतल पाण्डेय ने कोल्हान और महिला विश्वविद्यालय के बीएड विभाग की समस्या को मंत्री को विस्तार से बताते हुए कहा कि कोल्हान और महिला विश्वविद्यालय के बीएड प्राध्यापकों को अन्य विश्वविद्यालय और 7वें वेतनमान के आलोक में 57,700 के वेतन पर सेवा विस्तार किया जाए और विगत छह माह से वेतन नहीं मिलने और नवीकरण नहीं किए जाने से हो रहे आर्थिक और मानसिक परेशानी से अवगत कराई। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. विशेश्वर यादव, डॉ. पूनम ठाकुर, डॉ. शीतल पाण्डेय, डॉ. ओनीमा मानकी, डॉ.कार्तिक साहू, प्रो. अनिल कुमार यादव, प्रो.प्रियंका कुमारी, डॉ. रानी सिंह, डॉ. जितेंद्र कुमार, प्रो. मुन्ना मुखी सहित कई प्राध्यापक शामिल थे।
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