कोलकाता, एजेंसियां। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फरक्का में रैली के दौरान आशंका जताई कि भाजपा नतीजों में हेरफेर कर सकती है, क्योंकि कई ईवीएम गायब थे।
साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव के शुरुआती दो चरणों की वोटिंग के अंतिम आंकड़े जारी करने में देरी के लिए चुनाव आयोग की आलोचना की। उन्होंने आयोग से पूछा कि आखिर डेटा देने में इतनी देरी क्यों हुई है।
ममता ने मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी पर भी चिंता जताते हुए कहा कि अचानक वृद्धि न सिर्फ परेशान करने वाली है, बल्कि EVM की विश्वसनीयता के बारे में शक पैदा करती है।
इधर, चुनाव आयोग ने कहा है कि वोटिंग प्रतिशत किसी भी ‘वोट टर्नआउट’ एप पर तुरंत देखे जा सकते हैं। ये आंकड़े वोटिंग के अगले दिन और कुछ सीटों पर दो दिन में अपडेट हो चुके थे।
आयोग ने स्पष्ट भी किया था कि वोट प्रतिशत 7 बजे तक बूथ से मिले आंकड़ों के आधार पर हैं,कई केंद्रों पर वोटिंग 6 बजे बाद भी चलती रही ।
अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर के राज्यों के दूरस्थ इलाकों वाले केद्रों से डेटा देरी से अपलोड हुआ। देरी की एक वजह यह भी रही कि आयोग यह तय कर रहा था कि डेटा किस फॉर्मेट में दिया जाए, ताकि मतदाताओं को बेहतर जानकारी मिल सके।
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