चंडीगढ़, एजेंसियां। दिल्ली में जेल से छूटने के बाद पंजाब दौरे पर आए अरविंद केजरीवाल ने केंद्र में प्रधानमंत्री कार्यालय पर आरोप लगाया हैं।
उन्होंने कहा कि तिहाड़ जेल में उन पर कैमरे नजर रखते थे। 13 अधिकारी 24 घंटे मोनिटर कर रहे थे।
इनमें से एक लाइव फीड प्रधानमंत्री कार्यालय में जा रही थी। जहां दो टीवी लगे थे। मुझे तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
केजरीवाल ने अमृतसर में जनसभा करते हुए आरोप लगाया और कहा कि केंद्र ने जेल में भी मुझे तोड़ने की कोशिश की।
जेल मैन्युअल में लिखा गया है कि सुपरिटेंडेंट चाहे तो कमरे में मीटिंग करवा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने सीएम मान के साथ जाली के जरिए आम कैदी की तरह बैठक करवाई। जेल में मेरी इन्सुलिन बंद कर दी गई।
कई दिनों तक अगर शूगर ज्यादा रहे तो व्यक्ति का किडनी लीवर खराब हो जाता है। मुझे नहीं पता इनका मकसद क्या था।
लेकिन इतिहास गवाह है कि बड़े बड़े राजाओं ने अपने विपक्ष को जेल में डाल नुकसान पहुंचाया है।
केजरीवाल ने कहा कि 2 तारीख को उन्हें सरेंडर करना है। 4 तारीख को परिणाम हैं। वे जेल में अपने सैल से टीवी पर परिणाम देखेंगे।
उन्हें खुशी होगी कि 13-0 के साथ पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत हुई है।दिल्ली में जेल से छूटने के बाद गुरुवार से अरविंद केजरीवाल पंजाब के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
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