विधानसभा चुनाव में समीकरण बदलने को तैयार ये पार्टी
रांची। झारखंड में आने वाले विधानसभा चुनाव में सियासी समीकरण के बदलने के आसार प्रबल हैं।
लोकसभा चुनाव- 2024 के दौरान झामुमो और आजसू का होश उड़ाने वाली झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयराम महतो (JaiRam Mahto) ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) नाम की पार्टी बनाई है। मान्यता के लिए उन्होंने चुनाव आयोग को आवेदन दे दिया है।
50 से अधिक सीटों पर लड़ने की तैयारी
विधानसभा चुनाव में एक और झारखंड नामधारी पार्टी के रूप में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) 50 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है।
जयपाम का फैसला झामुमो और आजसू की नींद उड़ानेवाला है। क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान जयराम और उनके समर्थकों का जो प्रदर्शन रहा है उससे दोनों क्षेत्रीय दलों के होश उड़े हुए हैं।
लोकसभा चुनाव में 8 सीटों पर दमदार प्रदर्शन
जयराम अपनी राजनीतिक पार्टी का नाम झारखंड क्रांतिकारी मोर्चा रखना चाहते थे, लेकिन चुनाव आयोग ने इसकी अनुमति नहीं दी।
फिर उन्होंने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा नाम रखा है। बताया कि वह और उनके आठ साथी निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़े।
इस कारण, राजनीतिक पार्टी की मान्यता में लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन काम नहीं आएगा। शीघ्र ही वह अपनी नई राजनीतिक पार्टी का महाधिवेशन करेंगे।
धनबाद में जेबीकेएसएस का अधिवेशन हो चुका है। इसलिए अब अधिवेशन गिरिडीह, बोकारो या हजारीबाग में से किसी एक जगह किया जाएगा।
अपनी टीम के साथ विचार विमर्श कर इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। जयराम ने बताया कि विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी। तालमेल के सवाल पर कहा कि चुनाव जीतने के बाद वह किसी पार्टी से तालमेल कर सकते हैं।
लोस चुनाव में छह सीटों पर तीसरे नंबर पर
भाषा आंदोलन के नाम पर महज तीन साल पूर्व राजनीति में उतरे युवा जयराम महतो ने इस लोकसभा चुनाव में आठ सीटों पर प्रत्याशी उतारे। वह खुद गिरिडीह से चुनाव लड़े।
जयराम समेत उनके छह प्रत्याशी इस चुनावी जंग में तीसरे नंबर पर रहे। जयराम ने साढ़े तीन लाख वोट लाकर आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी एवं झामुमो प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो के होश उड़ा दिए।
डुमरी और गोमिया विधानसभा क्षेत्र में वह बड़ी लीड लेने में सफल रहे। डुमरी में झामुमो की बेबी देवी व गोमिया में आजसू के लंबोदर महतो विधायक हैं।
जयराम महतो की पार्टी के धनबाद के प्रत्याशी एकलाख अंसारी को 79, 653, हजारीबाग के संजय कुमार मेहता को 1,57,977, रांची के देवेंद्रनाथ महतो को 1,32,647, सिंहभूम के दामोदर सिंह हांसदा को 44,292 एवं कोडरमा के मनोज कुमार को 28,612 वोट मिले।
दुमका एवं चतरा लोकसभा सीट में जयराम को विशेष सफलता नहीं मिली। दुमका से उनकी प्रत्याशी बेबीलता टुडू को 19,360 और चतरा से दीपक कुमार को 12,565 वोट मिले।
इन आठों लोकसभा क्षेत्रों में कुल मिलाकर जयराम एवं उनकी टीम को 8.2 लाख से अधिक वोट मिले। जयराम महतो की पार्टी ने पहले ही चुनाव में दमदार प्रदर्शन कर सबको चौंका दिया है।
राजनीतिक विश्लेषक पहले ही कह रहे थे कि जेबीकेएसएस यानी झारखंडी भाषा एवं खतियान संघर्ष समिति को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए।
अब इस प्रदर्शन के बाद उनका कहना है कि विधानसभा चुनाव में जयराम महतो की पार्टी को दो अंको से कम सीटें नहीं मिलेंगी। यानी यह पार्टी झारखंड के अगले विधानसभा चुनाव में 10 से ज्यादा सीटें जीत सकती है।
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