Shashibhushan Mehta:
रांची। पलामू के पांकी विधानसभा क्षेत्र से BJP विधायक डॉ शशिभूषण मेहता को दिल्ली स्थित झारखंड भवन में कमरा नहीं मिला। इससे नाराज होकर विधायक वहीं, धरना देकर बैठ गये। विधायक का कहना है कि उन्होंने ने पहले ही अपने नाम से दो कमरे बुक करवा लिए थे, इसके बावजूद उन्हें रिसेप्शन पर बताया गया कि कोई भी कमरा खाली नहीं है।
Shashibhushan Mehta: रिसेप्शन काउंटर के सामने ही बैठे धरना परः
इस घटना से आहत होकर डॉ मेहता ने झारखंड भवन के रिसेप्शन काउंटर पर ही अपने सामान के साथ धरना शुरू कर दिया और वहीं बैठकर अपने टिफिन से भोजन किया। उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो को दी। साथ ही केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और JMM विधायक कल्पना सोरेन को भी घटना से अवगत कराया।
Shashibhushan Mehta: “यह विधायिका का अपमान है” : MLA मेहता
डॉ मेहता ने आरोप लगाया कि झारखंड भवन की व्यवस्था में अनियमितता और पक्षपात साफ दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा, “मैंने दो कमरे पहले ही बुक करवा लिए थे, जिसकी पुष्टि भी की गई थी। लेकिन, यहां पहुंचने पर सिर्फ एक कमरे की बात कही गई और बाकी कमरों को लेकर कहा गया कि कोई भी उपलब्ध नहीं है। बाद में जानकारी मिली कि एक कमरा पूर्व विधायक के नाम पर बुक है, जबकि शेष कमरे खाली हैं।”
Shashibhushan Mehta: CM से की सख्त कार्रवाई की मांगः
विधायक ने CM हेमंत सोरेन से भी अपील की कि झारखंड भवन की व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो। उन्होंने कहा, “सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर झारखंड भवन बनाया है, लेकिन झारखंड के ही विधायक को अपमान सहना पड़ रहा है। यह व्यवस्था स्वीकार्य नहीं है।” डॉ मेहता ने कहा, “एक आंख में सुरमा और दूसरी में काजल नहीं चलेगा।” उन्होंने मांग की कि झारखंड भवन की व्यवस्था सुव्यवस्थित हो, ताकि सभी विधायकों को वहां सुविधाएं आसानी से उपलब्ध कराई जा सकें।
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