शहर की सड़कों की कम से कम खुदाई कर बिछाएं पाइपलाइन
रांची। नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने शहर की सड़कों की कम से कम खुदाई कर पाइपलाइन बिछाने का निर्देश दिया है। सचिव ने रांची की प्रमुख सड़कों और रूक्का जलागार निर्माणाधीन जल शोध संयंत्र का निरीक्षण किया। राजधानी रांची के परिक्षेत्रीय पुनर्विकास को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।
शहर की सड़कों का गुणात्कम सुधार करेः
सचिव ने कहा कि राजधानी की प्रमुख सड़कों का गुणात्मक सुधार करें। सड़कों के सतह का नवीनीकरण करते हुए गुणवत्ता के साथ विकास करें। सड़कों पर समुचित ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था की जाए।
पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ के साथ खूबसूरत स्ट्रीट लाइटिंग की व्यवस्था हो। सड़कों पर डेकोरेटिव लाइट लगाए जाएं। सड़कों के डिवाइडर को तकनीकी रूप से सुयोग्य बनाएं।
आने वाली गर्मी के मौसम को देखते हुए संयंत्र का काम ससमय पूरा करें
प्रधान सचिव ने रूक्का जलागार स्थित निर्माणाधीन जल शोध संयंत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने एजेंसी और जुडको के अभियंताओं को आने वाली गर्मी को देखते हुए जल शोधन संयंत्र का काम ससमय पूरा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने रांची शहरी पेयजलापूर्ति पाइपलाइन की नेटवर्किंग का नक्शा भी देखा और पाइपलाइन बिछाने के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। जुडको के अभियंताओं को तिलता चौक से पिस्का मोड़ तक पाइप बिछाने के काम में आ रही बाधा पर एनएचआई के साथ समन्वय बना कर काम करने को कहा।
रवींद्र भवन का कार्य जल्द पूरा करने का निर्देशः
सुनील कुमार ने निर्माणाधीन रवींद्र भवन का भी निरीक्षण किया और एजेंसी को जल्द कार्य पूरा करने को कहा। उन्होंने एजेंसी को निर्देश दिया कि समय पर राशि उपलब्ध होगी, इसलिए जल्द से जल्द काम पूरा किया जाए।
प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य की संस्कृति पर आधारित रवींद्र भवन के संचालन के लिए दिल्ली के भारत मंडपम् की नियमावली का अध्ययन भी किया जाए।
ये अधिकारी रहे मौजूदः
प्रधान सचिव के साथ सूडा निदेशक अमित कुमार, रांची नगर निगम के प्रशासक संदीप कुमार, जुडको के पीडीटी गोपालजी, पीडीए अरविंद कुमार मिश्र, पीडीएफ अमित कुमार, जीएम एस. सेनगुप्ता समेत अन्य अफसर मौजूद थे।
आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव तैयार करें
प्रधान सचिव ने जुडको द्वारा रांची के परिक्षेत्रीय विकास से संबंधित तैयार किए गए प्रस्तावों को देखा और रांची नगर निगम क्षेत्र के समेकित पुनर्विकास के लिए चिह्नित विभिन्न सड़कों और चौक-चौराहों का भौतिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में कचहरी चौक, चडरी मार्ग और नियोजन कार्यालय स्थित मार्ग के विकास से संबंधित संभावनाओं को देखा।
उन्होंने जुडको के अभियंताओं को कई निर्देश दिए। कहा कि यह सभी मार्ग राजधानी की हृदयस्थली में स्थित हैं। इनकी स्थिति में गुणात्मक सुधार की जरूरत है। आम नागरिकों की सुविधा से जुड़ी सभी पहलुओं को प्राथमिकता देते हुए प्रस्ताव को तुरंत अंतिम रूप से तैयार किया जाए।
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