धनबाद। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन, यानी इंटरपोल ने कुख्यात और वांटेड अपराधियों की ताजा सूची जारी की है।
इसमें झारखंड के 3 अपराधियों के नाम शामिल हैं। पर आश्चर्य की बात है कि इसमें गैंग्स ऑफ वासेपुर के डान प्रिंस खान का नाम नहीं है।
इससे अब यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या प्रिंस खान इंटरपोल का वांटेड नहीं है। जबकि एक साल पहले प्रिंस खान को लेकर इंटरपोल की ओर से रेड और ब्लू कार्नर दोनों ही नोटिस जारी हुए थे।
पर अभी अभी इंटरपोल ने जिन अपराधियों के नाम अपने अधिकारिक वेबसाइट पर जारी लिस्ट में डाले हैं।
उनमें प्रिंस खान का नाम न देख सभी हैरान हैं। खास तौर पर धनबाद पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
रेड नोटिस में 282 अपराधियों के नाम
वेबसाइट पर रेड नोटिस और येलो नोटिस वाले अपराधियों की लिस्ट पोस्ट की गयी है। रेड नोटिस में 282 अपराधियों के नाम हैं।
लिस्ट में रांची का रत्नेश सहाय, जमशेदपुर के हैदर सईद मुहम्मद आर्शियान एवं संजय कुमार चौधरी के नाम शामिल हैं। हैदर पर आतंकवादी गतिविधियों में संलग्न रहने का आरोप है।
प्रिंस खान का नाम शामिल नही
हैरानी की बात ये है कि तमाम संभावनाओं के बावजूद इसमें प्रिंस खान का नाम नहीं है। बताया जा रहा है कि इंटरपोल की सूची जो सीबीआई की वेबसाइट पर डाली गई है उसमें प्रिंस खान का नाम शामिल नहीं है।
झारखंड के 3 गैंगस्टर शामिल हैं सूची है
हालांकि इस सूची में झारखंड के 3 गैंगस्टर के नाम शामिल हैं। लेकिन प्रिंस खान का नाम नहीं होना हैरान करने वाली बात है। इंटरपोल की लिस्ट में प्रिंस खान का नाम शामिल करने का दावा किया जाता रहा है।
धनबाद पुलिस की बढ़ी मुश्किले
भारतीय भगोड़ों की जो लिस्ट इंटरपोल की ओर से सीबीआई की वेबसाइट पर डाली गई है, उसमें प्रिंस खान उर्फ हैदर का नाम नहीं है।
इससे अर्थ ये हुआ कि धनबाद पुलिस को इस गैंगस्टर तक पहुंचने में अभी और समय लग सकता है। हालांकि इसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है।
प्रत्यारोपण के तीन प्रयास विफल
धनबाद और इसके आसपास के जिलों में अपराध में कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की पहल हो रही है। राज्य और केंद्र सरकार की ओर से यूएई से प्रत्यार्पण के लिए तीन बार प्रयास किया जा चुका है।
हालांकि, बार-बार इंटरपोल की लिस्ट में प्रिंस खान का नाम शामिल करने का दावा किया जाता रहा है, लेकिन भारतीय भगोड़ों की जो सूची इंटरपोल के जरिए सीबीआई की वेबसाइट पर डाली गई है, उसमें प्रिंस खान उर्फ हैदर का नाम नहीं है। इससे जाहिर है कि धनबाद पुलिस लिए अभी यह गैंगस्टर दूर की कौड़ी ही है।
दुबई से झारखंड में गैंग चला रहा प्रिंस खान
बताते चलें कि दुबई में बैठकर झारखंड में अपना गैंग चला रहे गैंग्स ऑफ वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ पिछले ही साल रेड कॉर्नर नोटिस किया गया था।
झारखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने गैंग्स ऑफ वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ रेड कॉर्नर इंटरपोल ने जारी किया था।
तब झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया था कि प्रिंस खान के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया गया है।
अब उसकी गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है। जैसे ही वह गिरफ्तार होगा उसके प्रत्यर्पण की कार्रवाई की जाएगी।
एटीएस एसपी के अनुसार रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद अगर वह दुबई से भाग कर किसी अन्य देश में जाना चाहेगा तब भी पकड़ा जाएगा।
धनबाद के गैंग्स ऑफ वासेपुर से जुड़े प्रिंस खान दुबई से ही अपना गैंग चला रहा है। नोटिस जारी करने के बाद इंटरपोल के द्वारा इसकी जानकारी यूएई और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल को भी देने की बात कही गई थी।
मोस्ट वांटेड है प्रिंस खान
धनबाद के गैंग्स ऑफ़ वासेपुर का प्रिंस खान एक कुख्यात गैंगस्टर है। उसके ऊपर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं।
सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने धनबाद जिला में दर्ज केस में रेड कार्नर नोटिस जारी किया था, जबकि एटीएस थाने में दर्ज केस में पूर्व में ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।
साल 2021 के बाद से ही प्रिंस खान पुलिस को चकमा दुबई फरार हो गया था। झारखंड एटीएस की जांच में यह बात भी सामने आ चुकी है कि प्रिंस खान फरारी के दौरान शारजाहं और दुबई जैसे शहरों में देखा गया है।
प्रत्यर्पण का प्रयास
प्रिंस खान और मयंक सिंह झारखंड के पहले दो अपराधी हैं, जिनके प्रत्यर्पण का प्रयास किया जा रहा है।
आखिरी बार प्रिंस खान का लोकेशन दुबई का आया था। पासपोर्ट रद्द होने के बाद वह दुबई में ही फंसा हुआ है।
मो हैदर खान के नाम से बने प्रिंस खान के पासपोर्ट को झारखंड पुलिस की पहल पर रद्द कराया जा चुका है।
एटीएस अधिकारियों के मुताबिक, रेड कार्नर नोटिस जारी होने के बाद अब प्रिंस खान के प्रत्यर्पण का प्रयास किया डा रहा है। प्रत्यर्पण के लिए सीबीआई आगे इंटरपोल और यूएई सरकार से पत्राचार भी कर रही है।
प्रिंस के गैंग को किया जा रहा टारगेट
वहीं, प्रिंस खान गिरोह को लेकर कार्रवाई की जा रही है। झारखंड पुलिस के अनुसार धनबाद के अलावा जिन-जिन जिलों में प्रिंस खान गिरोह की सक्रियता की बात सामने आ रही है वहां के एसपी को गिरोह के ऊपर बड़ी कार्रवाई करने का निर्देश पुलिस मुख्यालय की तरफ से दिया गया है।
प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ जो भी मामले आ रहे है उनपर कानूनी कार्रवाई जारी है। खान गिरोह के अपराधी जो जेल से बाहर हैं उनपर नजर रखी जा रही है। गिरोह के सदस्य जो जेल के अंदर हैं उन पर भी नजर रखा जा रहा है।
गुंडा सूची तैयार की गई
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए राज्य के 14 जिलों में गुंडा सूची भी बनाई गई है।
गुंडा सूची ने प्रिंस खान से जुड़े 18 अपराधियों को भी शामिल किया गया है। पुलिस मुख्यालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संगठित अपराधिक गिरोह से जुड़े अपराधियों में रामगढ़ जिले में 91, धनबाद में 69, पलामू में 48, रांची में 38, जमशेदपुर में 28, लातेहार में 25, हजारीबाग में 24, चतरा में पांच, गढ़वा में तीन, बोकारो में तीन, चाईबासा में एक, गिरिडीह में एक और गुमला में एक अपराधियों को गुंडा सूची में शामिल किया गया है।
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