रांची। पहले फेज के लिए 9 दिन प्रचार के है। इस दौरान प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों, छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यों के डिप्टी सीएम की सभाएं होंगी। राज्य में 81 सीटें हैं, जिसमें भाजपा 68 पर लड़ रही है। उसके 30 नेताओं की सभाएं शेड्यूल हैं।
केंद्रीय मंत्री व राज्यों के सीएम-डिप्टी सीएम शामिलः
जेपी नड्डा, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह, हिमंता बिस्वा सरमा, लक्ष्मीकांत बाजपेयी, धर्मेंद्र प्रधान, योगी आदित्यनाथ, मोहन यादव, नायब सिंह सैनी, मोहन चंद्र मांझी, विष्णु देव साय, नित्यानंद राय, केशव प्रसाद मौर्य, सम्राट चौधरी, शुभेंदु अधिकारी के साथ-साथ बाबूलाल मरांडी, कड़िया मुंडा, अर्जुन मुंडा, चंपाई सोरेन, अन्नपूर्णा देवी, संजय सेठ, निशिकांत दूबे, विद्युत वरण महतो, दीपक प्रकाश, आदित्य साहू, रामचंद्र चंद्रवंशी आदि स्टार प्रचारक की सूची में शामिल हैं।
PM मोदी चेहरा, पोस्टर पर सिर्फ उनकी ही तस्वीरः
NDA प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ रही है। राज्य में लग रहे पोस्टर और होर्डिंग पर सिर्फ मोदी की ही तस्वीर है। सामान्य पोस्टरों में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के अलावा असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा, गृहमंत्री अमित शाह और शिवराज सिंह की तस्वीर दिखती है। लेकिन, चुनाव का केंद्र नरेंद्र मोदी को ही बनाया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को भुनाना है। ताकि, अधिक से अधिक वोटरों को आकर्षित किया जा सके। इसके अलावा, भाजपा बांग्लादेशी घुसपैठ और आदिवासियों के अधिकारों को भी जोरदार तरीके से उठा रही है।
2019 में रघुवर दास से सीएम फेसः
भाजपा ने 2019 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को सीएम फेस के रूप में पेश किया था। रघुवर झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री थे। उस समय रघुवर दास के खिलाफ कई क्षेत्रों में असंतोष था।
सीएनटी, एसपीटी कानूनों में संशोधन और आदिवासी अधिकारों पर लोगों में नाराजगी थी। उनकी कार्यशैली से जनता में असंतोष था। विपक्षी गठबंधन यूपीए ने इसे प्रचार में प्रभावी ढंग से उठाया था। इससे भाजपा की हार हो गई थी।
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