रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद, झामुमो नेतृत्व आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए तैयार है। इस साल के अंत में नई दिल्ली में पार्टी अपना कार्यालय खोलने की तैयारी में जुटी है। इसके लिए आगामी आम सम्मेलन में प्रस्ताव लाया जा सकता है। आने वाले वर्षों मंज झामुमो राष्ट्रीय पार्टी बनने की तैयारी शुरू कर चुका है।
बिहार और पश्चिम बंगाल चुनाव में उम्मीदवार उतारने की तैयारीः
झामुमो 2025 और 2026 की शुरुआत में होने वाले बिहार और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार उतारने और सीटों का एकमुश्त हिस्सा हासिल करने के लिए भी उत्सुक है। पार्टी का 13 वां महाधिवेशन 13 से 15 अप्रैल तक रांची के प्रभात तारा मैदान में होने वाला है। इसमें पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और असम की इकाइयों सहित 5,500 से अधिक पार्टी प्रतिनिधि भाग लेंगे।
जेएमएम की ओर से नई दिल्ली में पार्टी ऑफिस खोलने की तैयारीः
जेएमएम के वरिष्ठ नेता बताया कि झारखंड के अलावा, झामुमो का संगठनात्मक आधार उस क्षेत्र में है जिसकी चर्चा कभी वृहद झारखंड क्षेत्र के रूप में होती थी। इसमें ओडिशा, बिहार, बंगाल और असम के कुछ हिस्से शामिल हैं।
पिछले कुछ समय से पार्टी नई दिल्ली में एक राजनीतिक कार्यालय खोलने के बारे में भी सोच रही है, ताकि राष्ट्रीय मंच पर सक्रियता दिखे।
2021 में जेएमएम के फैसले से नाराज हो गईं थीं ममता बनर्जीः
2021 में, जेएमएम ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में झारखंड की सीमा से लगे एसटी आरक्षित सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी, जिससे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को नाराज़ हो गईं थी।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जेएमएम को नहीं मिली सफलताः
दूसरी तरफ वर्ष 2020 में पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में जेएमएम के चुनाव चिह्न के बिना आठ सीटों पर उम्मीदवार उतारे और उन सभी पर हार गई। लेकिन जेएमएम के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस बार पार्टी बिहार में पूरी ताकत से उतरेगी और अपने राज्य की सीमा से लगे हिस्सों में उम्मीदवार उतारेंगे।
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