रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग का मसला अब तक सुलझ नहीं सका है। सीट बंटवारे को लेकर किचकिच जारी है। एक ओर राजद अपनी मांग पर अड़ा है, उधर माले अलग धमकी दे रहा है।
हालांकि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तेजस्वी यादव की मुलाकात के बाद माहौल थोड़ा नरम दिख रहा है। फिर भी सब सामान्य नहीं हुआ है। एक सीट पर विवाद बना हुआ है।
यही कारण है कि अब तक झामुमो और राजद अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर सके हैं। हालांकि तेजस्वी-हेमंत की बातचीत में सात सीटों पर बात बन गई।
इससे एक भी अधिक सीट देने से झामुमो ने साफ इनकार कर दिया है। बरकट्ठा और विश्रामपुर सीट पर विवाद बना हुआ है।
हालांकि दोनों दलों के नेता तल्ख बयान से बच रहे हैं। संकेत साफ है, गठबंधन नहीं टूटेगा। अप्रत्याशित स्थिति बनी तो एक-दो सीटों पर दोस्ताना संघर्ष हो सकता है।
भाकपा- माले तरेर रहा आंखेः
इधर, राजद नरम पड़ा तो भाकपा-माले आंखे दिखाने लगा हैं। पार्टी ने साफ कहा है कि पांच सीट नहीं मिली तो आठ पर लड़ेंगे। पार्टी जल्द ही प्रत्याशियों की घोषणा करेंगी।
बंटवारे में 6 सीटें तय, 7वीं अटकी
इंडिया में राजद को छह सीटें मिलेंगी। सातवीं सीट विश्रामपुर है। इसके लिए राजद प्रयासरत है। राजद के गोड्डा से संजय प्रसाद यादव, देवघर से सुरेश पासवान, कोडरमा से सुभाष यादव, चतरा में सत्यानंद भोक्ता की बहू रश्मि और हुसैनाबाद से संजय सिंह यादव संभावित उम्मीदवार हैं।
माले की दो टूक… 5 सीटें नहीं मिली तो 8 पर लड़ेंगे
भाकपा-माले के राज्य सचिव मनोज भक्त ने साफ कहा, पांच सीटें नहीं मिलीं तो गठबंधन टूटेगा। 13 सीटों पर हमारी तैयारी है। 5 सीटें नहीं मिलीं, तो पार्टी 8 सीटों पर लड़ेंगे।
मनोज ने कहा कि सिंदरी, निरसा, बगोदर, धनवार और जमुआ सीट से कम किसी कीमत पर मंजूर नहीं है। पांकी, मांडू और झरिया में भी पार्टी के प्रत्याशी तैयार हैं। अब यदि इंडी गठबंधन के घटक दल रास्ता नहीं निकालते हैं, तो पार्टी आठ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी।
झामुमो की इसलिए जारी नहीं हो सकी सूचीः
गढ़वा में मिथिलेश ठाकुर, भवनाथपुर में अनंत प्रताप देव, पोटका में संजीव सरदार समेत झामुमो के कई अन्य प्रत्याशियों ने बगैर आधिकारिक घोषणा के ही नामांकन दाखिल कर दिया।
झामुमो नेताओं को उम्मीद थी कि प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी। लेकिन देर रात तक ऐसा नहीं हुआ।
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