समस्तीपुर, एजेंसियां। समस्तीपुर की लेडी डान अंजलि का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास रहा है।
उसके खौफनाक कारनामों की याद आते ही लोग सिहर उठते हैं।
हालांकि बिहार में बाहुबलियों की कमी नहीं है। यहां एक से एक बाहुबली और डान हैं, जिनके नाम सिर्फ बिहार ही नहीं, आसपास के राज्यों के लोग भी कांपते हैं।
इन सबके बीच समस्तीपुर की लेडी डान अंजलि ने अपने वजूद का अहसास कराया है। न सिर्फ अपने वजूद का अहसास कराया बल्कि अपना खौफ कायम कर रखा है। बिहार में डॉन की तरह यह लेडी डॉन भी आपराधिक घटनाओं में अपना दायरा बढ़ा रही है।
समस्तीपुर का डॉन कौन है [लेडी डान अंजलि]
समस्तीपुर में बीते 6 दिसंबर को मोहनपुर रोड स्थित हीरा ज्वेलर्स में दो करोड़ के जेवर लूट के मामले के खुलासे के बाद लेडी डान का नाम भी इससे जुड़ गया है।
पटना एसटीएफ ने पूरी घटना की मास्टरमाइंड 22 वर्षीय अंजली को भी गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि अंजली ने 10 लोगों के साथ मिलकर इस लूट की घटना को अंजाम दिया था। लूट के बाद हर किसी को 20-20 लाख रुपए हिस्सा मिला था।
बताया यह भी जा रहा है कि इससे पहले अंजलि एक हत्या के मामले में जेल जा चुकी है।
पुलिस के मुताबिक जांच में जो साक्ष्य मिले हैं उसके अनुसार अंजलि ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर हीरा जवेलर्स से दो करोड़ के जेवरात की लूट की घटना को अंजाम दिया था।
इसका विरोध करने पर अपराधियों ने दुकान के कर्मी को पिस्टल की बट से मारकर घायल कर दिया था। अपराधी दुकान में लगे सीसीटीवी के डीवीआर को भी अपने साथ उठा ले गए थे।
मामले के खुलासे के लिए जिला की स्पेशल टीम दुकान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज, मोबाइल सर्विलांस, तकनीकी अनुसंधान, आम सूचना के आधार पर पटना एसटीएफ को दो महीने बाद यह सफलता मिली।
समस्तीपुर के एसपी विनय तिवारी के अनुसार लेडी डान अंजलि से पूछताछ के बाद कुछ और महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती है। साथ ही, कई अन्य मामलों के खुलासे की उम्मीद है। वहीं लूटे गए जेवरात की बरामदगी में भी आसानी होगी।
बताया जा रहा है कि ज्वेलरी शॉप में दिनदहाड़े डकैती की घटना को अंजाम देने के बाद अंजलि अपने सहयोगियों के साथ नेपाल भाग गई थी। वहां कुछ दिन रहने के बाद वह कोलकाता चली गई थी। फिर बेगूसराय में अपना ठिकाना बनाया। वह किसी काम से पटना आई थी।
इसी बीच पटना में एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक कई बड़े आपराधिक वारदातों में लेडी डान अंजलि शामिल रही है। उसके गुर्गे उसके एक इशारे पर किसी भी कांड को अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं।
लेडी डान अंजलि ने बकायदा अपना गैंग बना रखा है, जिसमें दो दर्जन से ज्यादा प्यादे हैं। अंजलि इन सबका खर्चा पानी चलाती है। कहा जाता है कि अंजलि इससे पहले कुछ हत्याएं भी अपने गुर्गों के जरिए करा चुकी है।
इन सभी के बारे में पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है। लेडी डान अंजलि के किस्से समस्तीपुर से लेकर पूरे मिथिलांचल में चौक चौराहों पर सुनाये जाते हैं।
महज 22 वर्ष की उम्र में अंजलि ने किस प्रकार अपराध की दुनिया में ये मुकाम हासिल कर लिया ये पुलिस को भी हैरान करता है।