रांची। पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने कहा है कि उन्होंने कोई जमीन घोटाला नहीं किया है। साथ ही कहा कि उनकी सीओ शशिभूषण सिंह से कोई संबंध नहीं है।
योगेंद्र साव ने उक्त बातें गुरुवार को भी ईडी कार्यालय के बाहर मीडिया से कही। वह गुरुवार को भी ईडी कार्यालय पहुंचे थे।
जमीन से जुड़े मामले में ईडी, योगेंद्र साव से पूछताछ कर रही है। बता दें कि 12 मार्च को ईडी ने अंबा प्रसाद, योगेंद्र साव और उनके करीबियों के 20 ठिकानों पर छापा मारा था।
छापेमारी के दौरान ईडी को कई सबूत हाथ लगे थे, जिसमें अवैध रूप से कोयले बालू की तस्करी, रंगदारी लेवी वसूली और जमीन पर अवैध कब्जे से संबंधित कागजात मिले थे।
योगेंद्र साव ने ईडी में दाखिल होने से पहले कहा कि उन पर लगे आरोपों में उन्हें क्लीन चीट मिलेगी।
उन्होंने कहा कि ईडी स्वतंत्र एजेंसी है और उन्हें गर्व है कि केंद्रीय एजेंसी उनके मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने कहा कि वो ईडी की पूछताछ में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। बीते बुधवार को भी ईडी के अधिकारियों ने उनसे घंटों पूछताछ की थी।
इसपर योगेंद्र साव ने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछा कि उनके परिवार में कितने सदस्य हैं, कितनी संपत्ति है और व्यवसाय से संबंधित जानकारी मांगी गयी।
योगेंद्र साव ने उनपर लगे आरोपों को लेकर कहा कि वो और उनकी बेटी अंबा प्रसाद साफ सुथरी राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा कि उनका बेटा व्यापारी है और ऐसे में घर में 3-4 लाख कैश होना मामूली बात है।
तत्कालीन सीओ शशिभूषण सिंह को लेकर योगेंद्र साव ने कहा कि उनसे संबंधित ईडी के अधिकारियों ने कुछ भी नहीं पूछा।
उन्होंने कहा कि शशिभूषण सिंह से उनका किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। हालांकि, 12 मार्च को जब ईडी ने योगेंद्र साव और उनके करीबियों के ठिकानों में छापा मारा था उसी दिन हजारीबाग के कई ब्लॉक में सीओ रह चुके शशिभूषण सिंह के आवास पर छापेमारी की गई थी।
छापेमारी में ईडी को शशिभूषण सिंह के आवास से जमीन के खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेज मिले थे।
फिलहाल ईडी के अधिकारी आज यानि गुरुवार को योगेंद्र साव और शशिभूषण सिंह से पूछताछ कर रही है।
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