हजारीबाग। हजारीबाग में एक शिक्षक दंपती की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। घटना इचाक थाना क्षेत्र की।
हत्याकांड को अंजाम दिया है एक पिता ने, वो भी कुछ पैसों के लिए। पुलिस ने बताया कि एक बाप ने केवल दहेज के लिए अपने बेटे और बहू की हत्या करवा दी।
पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को पकड़ लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में राहुल कुमार के पिता ईश्वर प्रसाद मेहता, छोटा भाई बबलू मेहता, सुपारी किलर आशीष पांडेय, उसके सहयोगी बॉबी कुमार, विकी कुमार, सोनू कुमार सिंह शामिल हैं।
बहुचर्चित टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल से देखकर साजिश रची गई थी। दरअसल कुछ दिनों पहले हजारीबाग के इचाक स्थित परासी श्मशान घाट में अज्ञात शख्स का शव जलाने की बात सामने थी।
इस घटना को गांव के लोग काफी डरे हुए थे। क्योंकि गांव में किसी की मौत नहीं हुई थी, इससे सभी परेशान थे कि आखिर किसका शव जलाया गया है।
गांव के लोगों ने पता लगाने की कोशिश भी की थी लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। जिसके बाद पुलिस को सूचवा दी गई थी तो पुलिस ने जांच करने की बात कही थी।
जांच में पता चला कि यह शव राहुल कुमार और पूजा यादव के थे। दोनों की हत्या राहुल के पिता ने कराई।
उसके लिए 6 लाख की सुपारी दी थी। हत्या के बाद शव को छुपाने के लिए देर रात अंतिम संस्कार भी कर दिया। इस मामले में 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
क्या कहती है पुलिस
हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि इचाक निवासी ईश्वर प्रसाद मेहता और उसके छोटे बेटे ने मिलकर राहुल और पूजा की हत्या की साजिश रची थी।
पूरा मामला दहेज से जुड़ा हुआ था। मृतक राहुल कुमार और उसकी पत्नी पूजा यादव की हत्या को लेकर उसके पिता ईश्वर प्रसाद मेहता अपने छोटे बेटे ने बबलू कुमार मेहता के साथ मिलकर 6 महीने से योजना बना रहे थे।
एसपी ने बताया कि पूछताछ में ईश्वर प्रसाद मेहता ने बताया कि बड़े बेटे राहुल को पढ़ने के लिए बाहर भेजा था।
वह दिल्ली में आईएएस की तैयारी कर रहा था। पूजा यादव भी वहीं यूपीएससी की तैयारी कर रही थी।
दोनों में संबंध बना दोनों लिव इन में कुछ दिन रहे। फिर वो इचाक आकर कोचिंग चला रहे थे। इस दौरान पिता ने दहेज में मोटी रकम लेने का सपना देखा था जो टूट गया। इसी गुस्से में अपने छोटे बेटे के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई।
5 लाख की सुपारी दी गई थी
हत्याकांड को अंजाम देने के लिए छोटे बेटे के दोस्त इचाक थाना क्षेत्र के परासी निवासी आशीष पांडेय से संपर्क किया।
उसे दोनों की हत्या के लिए 6 लाख की सुपारी दी। जिसमें 2 लाख रुपए एडवांस किया। आशीष पांडे ने अपने ग्रुप के तीन लोगों से संपर्क किया।
जिसमें कटकमदाग थाना क्षेत्र के बॉबी कुमार, इचाक के परासी निवासी विक्की कुमार और गिरिडीह जिला के बोरो गांव निवासी सोनू कुमार सिंह को शामिल किया।
योजनाबद्ध तरीके से 15 जून को शाम में पिता ईश्वर प्रसाद मेहता के साथ सभी लोग घटना को अंजाम देने के लिए राहुल कुमार के इचाक स्थित आवास पर पहुंचे, जहां पिता बाहर निगरानी कर रहा था।
सीढ़ी से चढ़ने के दौरान पहले पूजा यादव के ऊपर चाकू से सोनू कुमार सिन्हा ने हमला किया। पूजा की मौत वहीं पर हो गई।
उसके बाद बॉबी कुमार ने राहुल के ऊपर चाकू से हमला किया। जब पहले बार में उसकी मौत नहीं हुई तो राहुल के छोटा भाई बबलू ने लगातार चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी।
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