लिखा- मोबाइल में मैसेज देखना सीख जाना
गुमला, एजेंसियां। साइबर ठगी के शिकार हुए गुमला के एक किसान ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले उसने एक पर्ची लिख कर छोड़ी। पर्ची में उसने अपने भाई और परिजनों से माफी मांगी है।
उसने लिखा मुझे क्षमा करना और मोबाइल में मैसेज देखना सीख जाना। जिले के सदर थाना क्षेत्र के अरमई गांव के रहने वाले 55 साल के मोरहा उरांव ने घर के पीछे आम के पेड़ पर फांसी लगा ली।
धान बेचकर कमाए 68 हजार, साइबर अपराधियों ने ठग लिएः
मृतक के भाई जगना उरांव ने मोरहा ने टैसेरा राइस मिल में अपनी धान की फसल बेंच कर 68 हजार रुपए जमा किए थे। कुछ दिन पहले साइबर अपराधियों ने उनसे यह पूरी रकम ठग ली। इस घटना के बाद से वह मानसिक तनाव में था।
परिजनों ने बताया कि मोरहा उरांव की करीब 15 साल पहले कोयनारा क्षेत्र में शादी हुई थी। जिसके बाद से उसे कोई संतान नहीं हो रहा था। उसने एक बेटी को गोद लिया था। बच्चे की परवरिश और पढ़ाई की चिंता भी उन्हें सता रही थी।
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले मोरहा उरांव का पूरा परिवार खेती पर निर्भर था। धान बेच कर जो पैसे उसे मिले थे, वो ही उसकी जमा पूंजी थी।
घर में नहीं बताई थी ठगी की बातः
जानकारी के मुताबिक वह सात्विक विचार का टाना भगत परिवार में से संबंध रखने वाला था। पड़ोस में उसका भाई परिवार संग रहता था। साइबर ठगी होने की बात इससे पहले उसने परिवार में कभी किसी से जिक्र नहीं किया था।
बता दें कि गुमला में आए दिन साइबर क्रिमिनल किसानों को अपना निशाना बनाने की कोशिश करते रहते हैं। कभी बैंक कर्मी बनकर तो कभी कृषि विभाग के पदाधिकारी बन कर ट्रैक्टर पास होने की बात कह कर झांसे में ले रहे हैं।
पोस्टमॉर्टम के लिए शव भेजा गया
एसआई अरविंद कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। मामले की जांच जारी है।
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